गहलोत ने PM मोदी से 'राइट टू सोशल सिक्योरिटी एक्ट' समेत कई योजनाओं को लागू करने का किया आग्रह

गहलोत ने करौली-सरमथुरा-गंगापुरसिटी, डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम, नसीराबाद-टोंक की अटकी पड़ी रेल परियोजनाओं को भी गति देने की प्रधानमंत्री से अपील की।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

उदयपुर/राजसमंद, एजेंसी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राइट टू सोशल सिक्योरिटी एक्ट लागू करने पर विचार करने का आग्रह किया है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री के सामने मांगों की फेहरिस्त रखते हुए राजस्थान की झोली को भरने का आग्रह किया। राजसमंद जिले के नाथद्वारा में बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी की सभा में मुख्यमंत्री गहलोत ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में देश में लागू किए गए राइट टू इनफोरमेशन, राइट टू एजुकेशन, नरेगा, फूड सिक्योरिटी के साथ राजस्थान में लागू मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना चिरंजीवी तथा राइट टू हेल्थ का जिक्र किया।

प्रधानमंत्री से नीति बनाने का आग्रह किया

गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी राइट टू सिक्योरिटी योजना को पूरे देश में लागू करने पर विचार करें। गहलोत ने उबर-ओला-जोमेटा-स्वीगी जैसी कम्पनियों में डिलीवरी बॉय के रूप में कार्य कर रहे असंगठित क्षेत्र के युवाओं पर भी प्रधानमंत्री से नीति बनाने का आग्रह किया। गहलोत ने कहा कि इसके लिए राजस्थान में उनकी सरकार ने सोशल सिक्योरिटी पर विचार शुरू किया है। उज्ज्वला योजना अच्छी योजना थी जिसमें फ्री में गैस कनेक्शन दिए गए, लेकिन सिलेंडर महंगे होते चले जाने से सिलेंडर लेना मुश्किल हो गया। राजस्थान ने उज्ज्वला योजना के गैस कनेक्शन धारकों को 500 रुपये में सिलेंडर देने का निर्णय किया है। गहलोत ने प्रधानमंत्री से इस सम्बंध में विचार का आग्रह किया।

रेल परियोजनाओं को भी गति देने की प्रधानमंत्री से अपील की

गहलोत ने करौली-सरमथुरा-गंगापुरसिटी, डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम, नसीराबाद-टोंक की अटकी पड़ी रेल परियोजनाओं को भी गति देने की प्रधानमंत्री से अपील की। तत्कालीन रेल मंत्री और वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के कार्यकाल में भीलवाड़ा में रेलवे कोच फैक्टरी की घोषणा हुई थी, लेकिन वह कार्य आगे नहीं बढ़ा है। गहलोत ने ईआरसीपी पर भी जोर देते हुए राजस्थान की इस समस्या को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री से इस ओर ध्यान देने की मांग की।

गुजरात की तुलना में राजस्थान आगे

गहलोत ने आर्थिक विकास में राजस्थान के दूसरे नंबर का राज्य होने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि राजस्थान अब देश का सबसे बड़ा राज्य है और अपनी भौगोलिक परिस्थितियों के कारण यहां हर परियोजना की लागत तुलनात्मक रूप से अन्य राज्यों से अधिक होती है। इस ओर भी प्रधानमंत्री का ध्यान दिलाते हुए इस पर विचार करने की जरूरत बताई। गहलोत ने चुटकी भी ली कि पहले जब राजस्थान की तुलना गुजरात से करते थे तो राजस्थान को पीछे पाते थे, अब राजस्थान आगे है।

इंदिरा गांधी शहीद हो गईं पर खालिस्तान नहीं बनने दिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र की खासियत है कि आज यहां कांग्रेस-भाजपा सभी एक मंच पर हैं। लोकतंत्र में आपसी दुश्मनी नहीं होती, विचारधारा की लड़ाई होती है, सबको अपनी बात कहने का अधिकार है। गहलोत ने मॉब लिंचिंग पर प्रधानमंत्री के बयान ‘ये लोग एंटी सोशल एलिमेंट हैं’ का जिक्र करते हुए कहा कि यही भावना हम सभी की होनी चाहिए। देश एक रहे, अखंड रहे, इसके लिए इंदिरा गांधी शहीद हो गईं पर खालिस्तान नहीं बनने दिया। देश को विश्वगुरु बनाने की बात होती है, बन भी जाएगा, हममें एकता की भावना होनी चाहिए। गहलोत ने कहा कि विपक्ष के बिना पक्ष कहां होगा, विपक्ष का भी सम्मान पूरा होना चाहिए। इस दिशा में आगे बढ़ेंगे तो पक्ष-विपक्ष मिलकर और मजबूती से देश की सेवा करेंगे।

दामोदरलाल स्टेडियम मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा

इससे पहले जब मुख्यमंत्री गहलोत सभा को संबोधित करने के लिए खड़े हुए तो हजारों लोगों से भरा दामोदरलाल स्टेडियम मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा। प्रधानमंत्री मोदी ने पहले सभी को बैठने का संकेत किया, लेकिन जब नारे नहीं थमे तो प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सीपी जोशी को संकेत देकर सभी को शांत कराने के लिए कहा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जोशी ने खड़े होकर सभी को नारे बंद करने का संकेत दिया, इसके बाद नारे थमे।

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