नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। महाराष्ट्र की राजनीति में हर रोज नए बदलाव देखने को मिलते रहते है। अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के एक बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति को नया मोड़ दे दिया है। दरअसल, शुक्रवार (25 अगस्त) को बारामती में NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा 'इसमें कोई मतभेद नहीं है कि वह (अजित पवार) हमारे नेता हैं, एनसीपी में कोई टूट नहीं है।'
लोकतंत्र में ऐसा कर सकते हैं
शरद पवार ने आगे कहा कि पार्टी के कुछ नेताओं ने अलग रुख अपनाया है, लेकिन इसे फूट नहीं कहा जा सकता। वे लोकतंत्र में ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसी पार्टी में फूट कैसे पड़ती है? ऐसा तब होता है, जब राष्ट्रीय स्तर पर कोई बड़ा समूह पार्टी से अलग हो जाता है, लेकिन आज एनसीपी में ऐसी कोई स्थिति नहीं है।
सुप्रिया सुले ने भी पार्टी में टूट से किया था इनकार
गौरतलब है कि शरद पवार के बयान से एक दिन पहले ही एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने भी पार्टी में टूट की बात से इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि एनसीपी (NCP) में कोई टूट नहीं। वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि डिप्टी सीएम अजित पवार (Ajit Pawar) एनसीपी के वरिष्ठ नेता है। अजित पवार ने बस अगल कदम उठाया है। एनसीपी में कोई टूट नहीं। सुप्रिया सुले ने आगे कहा कि शरद पवार राष्ट्रीय अध्यक्ष है और जयंत पटेल महाराष्ट्र प्रदेश के अध्यक्ष हैं। अपको बता दें, सुले ने कई बार कहा है कि एक परिवार के रूप में उनके और अजित पवार के बीच कोई तकरार नहीं है। उनकी विचारधारा भी ही एक है।
40 विधायकों के साथ अजित पवार ने कि थी बगावत
आपको बता दें बीते 2 जुलाई को महाराष्ट्र में अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी में बड़ी बगावत हुई थी। इस बगवात के बाद पार्टी का एक धड़ा महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार में शामिल हो गया था। अजित पवार समेत पार्टी के 9 विधायक शिंदे कैबिनेट का हिस्सा बन गए थे। और खुद अजित पवार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में सपथ ले ली थी। अपने चाचा से बगावत करने के बाद उन्होंने दावा किया था एनसीपी के 40 विधायकों का उनके पास समर्थन है। पार्टी को तोड़ने के बाद शरद पवार और सुप्रिया सुले ने कई बार खुले तौर पर अजित पवार पर तंज कसा है। इसके साथ ही NCP में टुट के बाद चार बार शरद पवार और अजित पवार की मुलाकात भी हो चुकी है।