
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों भारी उथल-पुथल होने की आसंका नज़र आ रही है। एनसीपी चीफ शरद पवार और अजित पवार की मुलाकात के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में इसकी हलचल तेज हो गई है। राजनीतिक पंडितों ने इस मुलाकात के कई मायने निकाले हैं। कहा जा रहा कि शरद पवार को मनाने के लिए बीजेपी ने अजित पवार के जरिए एक बड़े ऑफर की पेशकश की है। हालांकि, शरद पवार ने साफ कर दिया कि बीजेपी के साथ जाने में उनकी कोई दिलचस्पी नही है।
शरद पवार और अजित पवार के बीच हुई सीक्रेट मीटिंग
आपको बता दें शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच बीते शनिवार (12 अगस्त) को पुणे में एक सीक्रेट मीटिंग हुई थी। इस मुलाकात के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। इस मीटिंग में शरद पवार को बड़ा ऑफर मिलने की बात कही जा रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कांग्रेस के एक पूर्व सीएम के हवाले से लिखा कि अजित पवार ने बैठक के दौरान शरद पवार को दो खास ऑफर दिया था। एक अगर शरद पवार लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को सपोर्ट करते हैं तो उन्हें केंद्र की मोदी सरकार में कृषि मंत्री या नीति आयोग का चेयरपर्सन बनाया जा सकता है। और दूसरा इसके साथ ही उनकी बेटी सुप्रिया सुले को केंद्र में और महाराष्ट्र में एनसीपी के प्रमुख जयंत पाटिल को राज्य सरकार में जगह दी जा सकती है।
अजित पवार को पवार साहब ने बनाया है- संजय राउत
गौरतलब है कि अजित पवार के शरद पवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने की पेशकश की खबरों पर शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अजित पवार इतने बड़े नेता नहीं हैं कि वह शरद पवार को ऑफर दे सकें। राउत ने आगे कहा अजित पवार को पवार साहब ने बनाया है। शरद पवार को अजित पवार ने नहीं बनाया। 60 साल से भी ज्यादा समय पवार साहब संसदीय राजनीति में बिता चुके हैं। चार बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। अजित पवार का इतना बड़ा कद नहीं है कि वह शरद पवार को कोई ऑफर दे सकें। ये जूनियर लोग हैं, ये क्या ऑफर देंगे?