उमड़ने लगा लोगों का हुजूम, प्रशासन बना मूकदर्शक
अशोकनगर ,07 जून (हि.स.)। कोरोना संक्रमण की धीमी गति और बाजार अनलॉक होने के बाद यहां प्रशासन ने जिले के हालात अब नागरिकों के भरोसे छोड़ दिए हैं। सोमवार को जिला मुख्यालय पर बाजार खुलते ही सडक़ों पर बुरी तरह जाम के हालात बन गए। इन जाम के हालातों के बावजूद शहर एसडीएम और उनके अमले ने जाम के हालातों पर गौर करना भी मुनासिब नहीं समझा, जबकि यहां कोरोना संक्रमण को लेकर घंटों चलती क्राइसिस बैठकों में क्राइसिस को लेकर तमाम दिशा-निर्देशों का उल्लेख किया जाता है, जबकि शहर में हालात इन दिशा निर्देशों के विपरीत ही दिखाई देते हैं। सोमवार को यहां जाम के कारण सबसे अधिक परेशानी बायपास रोड़, ओव्हर ब्रिज और फुट ओव्हर ब्रिज पर बनी इसके अलावा बाजार में भी ग्राहकों की भीड़ उमडऩे से जाम के हालात रहे। किसान आगामी सीजन की फसल बुवाई की तैयारियों में जुट गए हैं इस हेतु उन्हें खाद, बीज एवं कृषि उपकरणों की आवश्यकता है। इन संसाधनों को जुटाने के लिए किसान रुपयों की व्यवस्था करने के लिए उपज बेचने गल्ला मंडी में पहुंच रहे हैं। सैंकडों किसान अपने टै्रक्टर-ट्रालियां के लेकर सोमवार को जब गल्ला मंडी में पहुंचने शुरू हुए तो सेन तिराहे से बायपास राणा शशींद्र चौराहे तक जाम के हालात बन गए। जाम में फंसे वाहन धीरे-धीरे रेंगते रहे। इस दौरान यातायात पुलिस के जवान जाम खुलवाने की कड़ी मशक्कत करते रहे। इसके अलावा फुट ओव्हर ब्रिज, पछाड़ीखेड़ा रोड़ व मुख्य बाजार में भी जाम की स्थिति बनी सबसे अधिक परेशानी एफओबी पर बनी। जाम में फसे लोगों की परेशानी धूल और उमस के साथ पड़ रही चिलचिलाती धूप ने बढ़ा दी। यहां इतना कुछ होते हुए लगता है अब प्रशासन ने सब कुछ जनता के भरोसे ही छोड़ दिया है। हिन्दुस्थान समाचार/ देवेन्द्र