ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियां अब अस्पतालों तक भेजेंगीं दवाएं, कांग्रेस ने की आलोचना
भोपाल, 15 जनवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता कहा कि जनधन की हानि करने की नई नई योजनाएं बनाने से बेहतर है कि सरकार अपनी सेवाओं की गुणवत्ता, चिकित्सकों की भर्ती और दवा खरीदी की विकेंद्रित व्यवस्था बनाये। कांग्रेस नेता भूपेन्द्र सिंह ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा है कि मध्य प्रदेश के एनआरएचएम द्वारा अस्पतालों तक दवायें पहुंचाने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों से निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। उन्होंने इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा है कि इस फैसले से मध्य प्रदेश की स्वयंभू सरकारी आत्मनिर्भरता की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि कर्ज निर्भर मध्यप्रदेश में शासकीय धन की और योजना मद की राशि की लूट के लिए रोज नई नई योजनाएं बनाई जा रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि आजादी के बाद के 73 सालों में जब यह शॉपिंग कंपनियां नहीं थीं तो क्या गांव गांव दवा नहीं पहुंचती थी? क्या मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार पिछले 15 सालों में अपने ही अस्पतालों तक दवा भेजने की व्यवस्था तैयार नहीं कर पाई है? क्या खरीदी का केंद्रीयकरण और भ्रष्टाचार को सिंगल विंडो सिस्टम बनाने की इस नई योजना से चिकित्सा क्षेत्र पर खर्च होने वाले पैसे का दुरुपयोग नहीं होगा? क्या गरीबों के स्वास्थ्य पर खर्च होने वाला पैसा अब शॉपिंग कंपनी के कर्मचारियों के लिये आम जनता के बजट से साईफनिंग होगी? इन सवालों के जवाब सरकार को साझा करना चाहिए। भूपेन्द्र गुप्ता ने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि अगर सरकार वास्तव में कर्ज निर्भर प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने का ईमानदार प्रयत्न करना चाहती है तो इन सेवाओं के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बने। ताकि प्रदेश के दो-पांच सौ बेरोजगारों को रोजगार भी मिले और वे प्रदेश के जीडीपी में अपना योगदान भी दे सकें। विदेशी कंपनियों की सेवाओं पर निर्भरता बढ़ाकर प्रदेश कभी भी आत्मनिर्भर नहीं बन सकता। गुप्ता ने सरकार से तत्काल ऐसी निविदाएं रद्द करने की मांग की है। हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय-hindusthansamachar.in