सतना में मकर संक्राति में उमड़ा श्रद्धालुओं का हुजूम
सतना, 14 जनवरी (हि.स.) जिले में मकर संक्रांति का मेला हर वर्ष की तरह इस बार भी सतना नदी के तट पर लगाया गया। मेले में जाने के लिए छोटे-छोटे बच्चे बहुत ज्यादा खुश रहे। सतना नदी के तट पर गुरुवार सुबह से ही दुकानें सजनी शुरू हो गई थी। मेले में मिट्टी के खिलौनों से लेकर चाट-पकौड़ों की दुकानें सजी हुई है, साथ ही गन्ना, लुड़इया एवं तिल के लड्डुओं की भी काफी बिक्री हुई। मेले में नन्हे-मुन्ने बच्चों की किलकारी और जगह-जगह बजते डीजे से मेले का रोमांच दोगुना कर दिया। मेले में आकर्षक खिलौने चूड़ी-बिंदी, लाई-लुड़इया, चाट के स्टाल सजे रहे। जबकि भारत कूप मंदिर के आस पास कई बिधा जमीन में फैले पांच दिवसीय मेले में एक हपट्टे पहले से ही झूले व तमाम तरह के करतब दिखाने व जादूगर मौत का कुआ देखने के लिए आज लोगो की लंम्बी लम्बी लाइनें लगी है। चित्रकूट पहुंचे श्रद्धालू मकर संक्रांति के मौके पर चित्रकूट में भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। यहां पर दो दिनों तक लगातार मेले का आयोजन किया जा रहा है। लाखों की संख्या में आए श्रद्धालुओं ने चित्रकूट के रामघाट, गुप्त गोदावरी, हनुमान धारा, सती अनुसुईया जानकी कुंड व चारों धाम की यात्रा की। इसके बाद मंदाकिनी नदी में स्नान कर भगवान कामतानाथ के दर्शन किये। चित्रकूट में दूसरे दिन भी मेला का आयोजन किया गया है,इसके लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई हैं। मेले में किसी तरह की गड़बड़ी न हो इस बात के मद्देनजर पुलिस प्रशासन द्वारा वहां चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। मेले के प्रवेश द्वार से लेकर नदी तट तक पुलिस के जवान घूमते रहे। मेला में शहरी क्षेत्र तथा ग्रामीण अंचल से आए लोगों ने जमकर खरीददारी की और घूम-फिर कर लुत्फ उठाया। स्नान कर किया दान शास्त्रों की मान्यतानुसार मकर संक्रांति के पर्व पर स्नान एवं दान का विशेष महत्व होता है। तदानुसार धर्मालुजनों ने प्रातः काल जलस्रोतों में जाकर स्नान किय को हजारों श्रद्घालुओं ने चित्रकूट पहुंचकर मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाई। गौरतलब है कि मकर संक्राति के अवसर पर पवित्र नदियों में स्नान करना शुभ माना जाता है। इसके बाद भगवान भास्कर की विधि-विदान पूर्वक पूजा-अर्चना कर गरीबों एवं ब्राह्मणों को खिचड़ी, गुड़,तिल, घी, वस्त्र, कंबल आदि का दान दिया। मंदिरों में उमड़ी भीड़ मकर संक्रांति के अवसर पर सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा। शहर के पशुपति नाथ मंदिर, जगतदेव तालाब, गैवीनाथ मंदिर, गोलामठ मंदिर, त्रिवेणी नदी धारकुंडी आश्रम शरभंगा सुतीक्षणा आश्रम व चित्रकूट के आस पास के नदी किनारे बसे गॉव में मेले लगे हुए है। ग्रमीणों व शहर के विभिन्न मंदिरो में भक्तों ने पूजा-अर्चना कर खिचड़ी वा तिल के लड्डू चढ़ाए, लोगों ने एक-दूसरे को बधाईयां दी एवं लड्डू बांटे। हिन्दुस्थान समाचार/श्याम पटेल-hindusthansamachar.in