आवश्यक, गैर-जरूरी दुकानों को आवंटित किया जा सकता है अलग समय स्लॉट: रमन सूरी
जम्मू, 27 मई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के पूरे व्यापारिक समुदाय ने जिस तरह से कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करने और कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन का पालन करने में सरकार के साथ सहयोग किया है, उस पर संतोष व्यक्त करते हुए, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जम्मू-कश्मीर कार्यकारी सदस्य रमन सूरी ने गुरूवार को कहा कि महामारी का खतरा अभी भी काफी हद तक बना हुआ है, इसलिए सामान्य कामकाज के लिए पूरे केंद्र शासित प्रदेश को फिर से खोलने से पहले इस बारे में गंभीरता से समीक्षा की जानी चाहिए। अब जबकि 31 मई, जिस समय तक इस लॉकडाउन को बढ़ाया गया है, वह निकट है, सरकार को जीवन बचाने के लिए सभी हितधारकों के साथ चर्चा करने की आवश्यकता है। रमन सूरी ने सुझाव दिया कि महामारी से निपटने और कीमती जीवन बचाने का सबसे अच्छा तरीका नियंत्रित तरीके से ही व्यापारिक प्रतिष्ठानों को फिर से खोलना होगा। उन्होंने कहा कि आवश्यक आपूर्ति से जुड़ी सभी दुकानें सुबह छह से 11 बजे तक खुली रहें, जैसा कि सरकार द्वारा पहले ही आदेश दिया जा चुका है ताकि लोग आवश्यक दैनिक आपूर्ति खरीद सकें। अन्य सभी दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक नियमित रूप से खोलने की अनुमति दी जाए। सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक का समय आवंटित स्लॉट के अनुसार दुकानों को बंद करने और खोलने के लिए दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से व्यवसायी समुदाय अपने नियमित कार्य नियमित रूप से कर सकेगा, कर्मचारियों को व्यस्त रखेगा, खरीदारी की सुविधा प्रदान करेगा और बाजारों में भीड़ भी कम होगी। उन्होंने कहा कि होटल, बार, शराब की दुकानों, आभूषणों की दुकानों, उद्योगों, यात्रा और व्यापार के अलावा हार्डवेयर और सम्बंधित सभी दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को आवश्यक और गैर-आवश्यक के रूप में वर्गीकृत किया जाना चाहिए और तदनुसार समय स्लॉट दिया जाना चाहिए। उद्देश्य व्यवसायों के कामकाज को सुचारू रखते हुए भीड़ को कम करना होना चाहिए। रमन सूरी ने घाटे को झेलते हुए भी समय स्लॉट का पालन करके और लॉकडाउन का विस्तार करके सरकार का सहयोग करने के लिए व्यवसाय समुदाय की सराहना तथा कहा कि क्योंकि लोगों ने भी महामारी के साथ जीना सीख लिया है और अब कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं, सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और उद्योगों को 31 मई के बाद, सभी के लिए उपयुक्त प्रस्ताव के साथ फिर से खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। प्रस्ताव को लागू करने से पहले हितधारकों के साथ चर्चा की जानी चाहिए और यदि आवश्यक हो तो संशोधित किया जाना चाहिए। रमन सूरी ने कहा कि सभी राजपत्रित अधिकारियों को कोविड-19 दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाने का अधिकार दिया जाना चाहिए, जिसका स्थायी प्रभाव होगा और लोगों को नियमों और विनियमों का पालन करने के लिए बाध्य करेगा। दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए पाए जाने वाले किसी को भी राजपत्रित अधिकारियों द्वारा दंडित किया जाना चाहिए, जिसके बाद उल्लंघन करने वालों पर काफी हद तक अंकुश लगेगा और समाज में एक व्यवस्था भी लागू होगी। चूंकि पुलिस हर जगह नहीं हो सकती, इसलिए ये राजपत्रित अधिकारी दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू करने का दायरा बढ़ाएंगे। उल्लंघन करने वालों के लिए जुर्माना लगाने वाले अधिकारियों को नामित करने के बाद सभी बाजारों को रोस्टर के अनुसार खोला जाना चाहिए और लोगों को दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए कहा जाना चाहिए। रमन सूरी ने उपराज्यपाल मनोज सिनहा से यह भी आग्रह किया कि वे सूचना विभाग को एक व्यापक अभियान शुरू करने के लिए कहें, जिसमें लोगों को एहतियाती उपाय अपनाने के लिए कहा जाए, जो इलाज से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्टर और पैरामेडिक्स अद्भुत काम कर रहे हैं, लेकिन जब अस्पतालों पर बोझ कम होता है, तो इलाज करवाने वालों को बेहतर तरीके से देखा जा सकता है। हिन्दुस्थान समाचार/अमरीक/बलवान