विधायक बरागटा के निधन के चलते मंत्रिमण्डल की बैठक रदद
शिमला, 05 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश सरकार में मुख्य सचेतक, पूर्व मंत्री एवं जुब्बल-कोटखाई के भाजपा विधायक नरेंद्र बरागटा के निधन के चलते शनिवार को होने वाली मंत्रिमण्डल की बैठक रदद कर दी गई है। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि शनिवार को होने वाली मंत्रिमण्डल की बैठक रदद कर दी गई है। अब यह बैठक की नई दिनांक बाद में तय की जाएगी। नरेंद्र बरागटा 69 वर्ष के थे। कोरोना की चपेट में आने के बाद से नरेंद्र बरागटा का पीजीआई चंडीगढ़ में उपचार चल रहा था। वह कोरोना को मात भी दे चुके थे। लेकिन पिछले करीब 15 दिनों से उनकी हालत गंभीर थी। पीजीआई में इलाज के दौरान शनिवार सुबह उनका निधन हो गया। उनके निधन पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समेत तमाम नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री बीते शुक्रवार उनसे मिलने पीजीआई पहुंचे थे। बरागटा के आसमयिक निधन की खबर से उनके प्रशंसकों और करीबियों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बरागटा के निधन पर शोक जताते हुए कहा है कि बरागटा जी के निधन का समाचार सुन कर सत्बध हूं। आज हमने एक ईमानदार और कर्मठ नेता खो दिया है। ईश्वर बरागटा जी की दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा उनके शोकग्रस्त परिवार में इस मुश्किल घडी में इस असहनीय दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करेंं। ईयवर से ऐसी प्रार्थना है। बरागटा का जन्म 15 सितंबर 1952 को शिमला जिला के जुब्बल-कोटखाई में हुआ था। उनके दो बेटे हैं। बरागटा ने हिमाचल विश्वविद्यालय शिमला से राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर की थी। वह भाजपा युवा मोर्चा में कई अहम पदों पर रहे। वर्ष 1993 से 98 तक उन्हें जिला भाजपा का सचिव बनाया गया। पहली बार वह वर्ष 1998 में शिमला शहर से विधायक बने। इसके बाद अपने गृह क्षेत्र जुब्बल कोटखाई से वर्ष 2007 में विधायक बने। तब प्रदेश में भाजपा सरकार थी और उन्हें बागवानी मंत्री बनाया गया। वर्ष 2017 में वह जुब्बल-कोटखाई से फिर विधायक चुने गए। प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार ने सितंबर 2018 में उन्हें विधानसभा में केबिनेट मंत्री के समकक्ष दर्जा देते हुए मुख्य सचेतक बनाया था। वहीं बरागटा के निधन के चलते भाजपा ने आज अपने सभी कार्यक्रमों को रदद कर दिया है। न समाचार/सुनील/उज्जवल