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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यति नरसिंहानंद से पूछताछ, मिली महत्वपूर्ण जानकारी

नई दिल्ली, 21 जून (हि.स.)। नई दिल्ली जिले स्थित प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आपत्तिजनक बयान देने वाले डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद से पुलिस ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूछताछ की है। इस पूछताछ में उन्होंने अपने बयान को कबूल किया है, लेकिन उन्होंने साफ किया है कि उनका बयान गलत तरीके से पेश किया गया है। उनका मकसद किसी की भावना को आहत पहुंचाना नहीं था। दो घंटे तक चली पूछताछ पुलिस सूत्रों ने बताया कि उनकी एक टीम डासना स्थित मंदिर में पूछताछ के लिए गई थी। लेकिन उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया क्योंकि वह सादे कपड़ों में थे। गाजियाबाद पुलिस ने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से इस बाबत जानकारी ली और इसके बाद ही उन्हें पूछताछ के लिए अनुमति मिली। सुरक्षा कारणों से दूसरी बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये यति नरसिंहानंद से पूछताछ की गई। इस पूछताछ में जांच अधिकारी के अलावा एसीपी और एसएचओ शामिल हुए। करीब दो घंटे तक पूरे घटनाक्रम को लेकर उनसे पूछताछ की गई। जानकारी के अनुसार, बीते एक अप्रैल को प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम के दौरान डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने आपत्तिजनक बयान दिया था। इस वीडियो के वायरल होने पर दिल्ली पुलिस ने संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ नई दिल्ली जिले स्थित संसद मार्ग थाने में एफआईआर दर्ज की थी। वहीं उनके बयान को लेकर विधायक अमानतुल्ला खान द्वारा दिये गए बयान को लेकर भी एफआईआर दर्ज हुई थी। इस मामले में अमानतुल्ला खान से पुलिस ने संसद मार्ग थाने में पूछताछ की थी, लेकिन यति नरसिंहानंद की जान को खतरा देखते हुए थाने में उनसे पूछताछ नहीं की गई। गलत तरीके से पेश किया गया बयान पूछताछ के दौरान यति नरसिंहानंद ने कबूल किया कि वीडियो में दिया गया बयान उनका है। उन्होंने ही यह प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी। उनके एक शिष्य ने पत्रकार के सहयोग से यहां बुकिंग कराई थी। उन्होंने पुलिस टीम को बताया कि उनका मकसद किसी को दुखी करना नहीं था। उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में आरोपपत्र तैयार किया जा रहा है। जल्द ही यह आरोपपत्र अदालत में जमा करवाया जाएगा। कौन है नरसिंहानंद सरस्वती नरसिंहानंद सरस्वती गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत हैं। वह पूर्व भाजपा सांसद बीएल शर्मा को अपना गुरू मानते हैं। उनको अखिल भारतीय संत परिषद का राष्ट्रीय संयोजक भी बताया जाता है। उनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने रूस में पढ़ाई की है। मॉस्को व लंदन सहित कई जगहों पर काम भी किया है। वह समाजवादी पार्टी से भी जुड़े रह चुके हैं। नरसिंहानंद सरस्वती ‘हिन्दू स्वाभिमान’ नामक संस्था भी चलाते हैं। हिन्दू युवाओं और बच्चों को आत्मरक्षा के प्रशिक्षण के लिए ‘धर्म सेना’ का भी गठन उन्होंने किया है ऐसा कहा जाता है। ऐसे आये चर्चा में यति नरसिंहानंद सरस्वती चर्चा में तब आए जब डासना के मंदिर में कथित तौर पर एक बच्चे की पानी पीने के लिए पिटाई की गई थी। नाबालिग बच्चे की पिटाई के एक दिन बाद पुजारी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा था कि नाबालिग लड़का मंदिर खराब करने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने यह भी कहा था कि मंदिर के अंदर कई बार चोरी हो चुकी है। इसी वजह से हमने मंदिर के बाहर गैर हिंदुओं की एंट्री बैन वाला बोर्ड लगाया है। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी

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