travel-will-have-to-be-done-by-leaving-one-seat-in-dtc-buses-people-are-upset
travel-will-have-to-be-done-by-leaving-one-seat-in-dtc-buses-people-are-upset

डीटीसी बसों में एक सीट छोड़कर करनी होगी यात्रा, लोग हुए परेशान

नई दिल्ली, 12 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते एक बार फिर राजधानी में बसों में यात्रा को लेकर पाबंदियों का ऐलान कर दिया गया है। इस बार भी डीटीसी और क्लस्टर बसों में सफर के दौरान एक सीट छोड़कर बैठना होगा। ऐसे में यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। बस में सीट मिलने के लिए यात्री को सुबह छह बजे से लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है। वहीं शनिवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन अथॉरिटी की तरफ से यह घोषणा की गई है कि सभी बसें 50 फीसदी की क्षमता के साथ ही चलेंगी। बस में एक सीट छोड़कर बैठना होगा डीटीसी और क्लस्टर बसें सोशल डिस्टेंस का पालन करवाते हुए चलाई जा रही है। पिछले साल मई महीने में ही सरकार की ओर से डीटीसी और क्लस्टर बसों को 50 फीसदी की क्षमता के साथ चलाया जा रहा था, लेकिन नवम्बर से बसों को पूरी क्षमता के साथ चलाए जाने की अनुमति दी गई थी। फिर बसों में जितनी सीटें हैं उन सभी सीटों पर यात्री बैठकर सफर कर पा रहे थे लेकिन एक बार फिर कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बाद 11 अप्रैल से डीटीसी और क्लस्टर बच्चों को 50 फीसदी यात्रियों के साथ चलाए जाने की घोषणा की गई है। 11 अप्रैल से लागू हुआ नया नियम नवम्बर महीने से बसें अपनी पूरी सीटिंग कैपेसिटी के साथ चल रही थी और हर एक बस में 35 से 40 यात्री सफर कर रहे थे लेकिन 11 अप्रैल से दिल्ली आपदा प्रबंधन अथॉरिटी की तरफ से नियमों में सख्ती की गई है। बसों में एक बार फिर यात्रियों की संख्या घटा दी गई है। यानी कि अब 17 से 20 यात्री ही बस में यात्रा कर रहे है। इसके अलावा एक सीट छोड़कर बैठने का नियम लागू कर दिया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in