गुरुग्राम, हि.स.। शनिवार की सुबह 5 से 7 बजे तक हुई मूसलाधार बारिश में सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल में पानी भर गया। यहां इमरजेंसी, ओपीडी कक्ष और वार्डों में पानी भर गया। इस कारण से स्टाफ को काम करने में दिक्कत हुई। अस्पताल के कर्मचारी पानी को निकालने की मशक्कत करते रहे। शनिवार को बरसात काफी अधिक और तेज हुई। देखते ही देखते जलभराव शुरू हो गया।
मेन गेट पर तीन फुट तक जमा हो गया पानी
नागरिक अस्पताल के मेन गेट के सामने करीब तीन फुट तक पानी जमा हो गया। पहले से ही बने गड्ढों के कारण इस पानी में दुपहिया वाहन फंसते रहे। गाडिय़ों को भी निकलने में काफी दिक्कत हुई। सार्वजनिक वाहनों ऑटो, ई-ऑटो से अस्पताल आने वाले मरीजों व उनके तिमारदारों को मेन गेट के सामने भरे पानी से होते हुए अस्पताल में प्रवेश करने को मजबूत होना पड़ा। जैसे-तैसे लोग परेशान होकर अस्पताल में पहुंचे।
अस्पताल के भीतर भी भरा बरसात का पानी
अस्पताल के भीतर भी बरसात का काफी पानी भरा नजर आया। इमरजेंसी, ओपीडी कक्ष, अस्पताल परिसर और वार्डों तक बरसात का पानी भर गया। सर्जिकल वार्ड में पानी भरने से स्टाफ को उपचार करने में कठिनाई हुई। पूरे अस्पताल कैंपस में बरसात का पानी फैला हुआ था। अस्पताल में बरसात का पानी भरने का मुख्य कारण इमरजेंसी के पास फाइबर की शीट का टूटा होना है। बरसात के दौरान इसी जगह से पानी अस्पताल में भरता है। जैसे-जैसे यहां नीचे फर्श पर पानी अधिक भरता जाता है तो वह अस्पताल कैंपस में फैल जाता है। वर्षों से यह फाइबर की शीट टूटी है, लेकिन इसको सही कराने की जहमत नहीं उठाई जाती है।
समस्या से बेखबर हैं अस्पताल के प्रशासनकर्मी
अस्पताल प्रशासन द्वारा अस्पताल में सुविधाओं के दावे तो खूब किए जाते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में जलभराव ना होने देने के कोई प्रबंध नजर नहीं आते। एनक्यूएएस और कायाकल्प की टीम के दौरे के दौरान सब कुछ चकाचक करवाने वाले अस्पताल के अधिकारियों को सामान्य दिनों में अस्पताल की शायद कोई चिंता नहीं होती। चिकित्सकों के अपने कक्षों में भी बरसात का पानी भरा रहा, लेकिन इस व्यवस्था को सुधारने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जाती।