नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। अरविंद केजरीवाल पर मुसीबतों के पहाड़ टूटे जा रहे हैं। दरअसल दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने 10 अप्रैल 2024 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार में मंत्री पद पर रहकर अपना कार्य सही से नहीं कर पा रहा था। राजकुमार दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री हैं।
लेकिन आज आम आदमी पार्टी खुद भ्रष्टाचार में लिप्त है
राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी के बारे में बड़ी बात कहते हुए कहा कि इस पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए हुआ था। लेकिन आज आम आदमी पार्टी खुद भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए ऐसे में मंत्री पद पर रहते हुए काम करना असहज हो गया है। राजकुमार ने कहा कि में आम आदमी पार्टी, सरकार और मंत्रिपद से इस्तीफा देता हूं। उन्होंने कहा कि मै भ्रष्टाचार में अपना नाम नहीं जुड़वाना चाहता हूं।
कुछ समय पहले ही राजकुमार आनंद के घर पर ED का छापा पड़ा था
दरअसल राजकुमार आनंद दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री थे। कुछ समय पहले ही राजकुमार आनंद के घर पर ED का छापा पड़ा था। यह छापा उनके घर नवंबर-2023 में पड़ा था। ED ने राजकुमार आनंद के एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी। राजकुमार आनंद अपने इस्तीफा का कारण आम आदमी पार्टी में भ्रष्टाचार को बता रहे थे। जिससे परेशान होकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
वहीं दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट से आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को एक और झटका लगा है। दरअसल, दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने वकील से ज्यादा समय तक मिलने देने की अनुमति देने की मांग की थी जिसको कोर्ट ने खारिज कर दिया है। राऊज एवेन्यू कोर्ट की स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने यह फैसला सुनाया है।
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