नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। कांग्रेस नेताओं की सोमवार को राजधानी दिल्ली में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की दूसरी बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत चुनाव लड़ सकते हैं। कमल नाथ के भी चुनाव लड़ने पर संशय बना हुआ है।
गहलोत-पायलट नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
राजस्थान में पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग है कि गहलोत और पायलट चुनाव लड़ें, लेकिन कांग्रेस नहीं चाहेगी कि वे लड़ें क्योंकि दोनों को सिर्फ एक सीट पर ध्यान केंद्रित करने के अलावा बड़ी भूमिका निभानी है। CEC की बैठक में गहलोत और पायलट दोनों को मुख्य सदस्य के तौर पर आने के लिए कहा गया था लेकिन गहलोत नहीं पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, उनकी गैरमौजूदगी में इस बात पर बहस चल रही थी कि छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल की तरह उन्हें भी चुनाव लड़ना चाहिए। लेकिन आखिरकार उनकी अनुपस्थिति में ये फैसला लिया गया कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे। कांग्रेस जल्द ही मध्य प्रदेश, राजस्थान, असम और उत्तराखंड के लिए उम्मीदवारों का चयन करेगी।
गहलोत-पायलट की पार्टी को जरूरत
इस बैठक में कुल 63 सीटों पर चर्चा हुई और लगभग 40 सीटों पर फैसला आया। मध्य प्रदेश के लिए CEC सिर्फ 6-7 सीटों पर ही किसी फैसले पर अबतक पहुंच सकी है। गहलोत कांग्रेस के शीर्ष नेताओं OBC में से एक हैं और पार्टी को राज्यों, खासकर उत्तर भारत में प्रचार के लिए उनकी जरूरत है। वहीं सचिन पायलट जो छत्तीसगढ़ के प्रभारी और सीडब्ल्यूसी (कांग्रेस कार्य समिति) के सदस्य हैं, वे पार्टी का एक प्रमुख युवा चेहरा हैं और उन्हें पहले ही प्रचार के लिए विभिन्न राज्यों में भेजा जा चुका है। निश्चित रूप से सोमवार की बैठक के बाद किसी औपचारिक निर्णय की घोषणा नहीं की गई है।
परिवारवाद फिर आया पार्टी में
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, कांग्रेस के दो नेताओं ने कहा कि गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के जालोर से चुनाव लड़ने की संभावना है न कि जोधपुर से जिसे पूर्व सीएम का गढ़ माना जाता है। वैभव गहलोत ने 2019 में जोधपुर से चुनाव लड़ा था लेकिन वे हार गए थे। वहीं मध्य प्रदेश में देखें तो कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ को छिंदवाड़ा से टिकट दिया जा सकता है। जहां से वह मौजूदा सांसद हैं। बीते दिनों कमल नाथ और उनके बेटे नकुल नाथ की BJP में शामिल होने की अटकलें तेज थीं। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह की भी चुनाव न लड़ने की चर्चाएं सामने आ रही हैं।
कौन-कहां होगा मौजुद?
कांग्रेस को भरोसा है कि पिता-पुत्र दोनों पार्टी में बने रहेंगे। पार्टी की चुनावी रणनीति के तहत गहलोत जोधपुर, नागौर, बीकानेर और पाली जिलों में चुनाव प्रबंधन के प्रभारी होंगे। जबकि पायलट दौसा, टोंक और धौलपुर को संभालेंगे। राज्य इकाई के प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा को सीकर और जयपुर जिलों की जिम्मेदारी दी जानी तय है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को उदयपुर, राजसमंद और भीलवाड़ा जिले सौंपे गए हैं।
राहुल गांधी वायनाड से लड़ेंगे चुनाव
कांग्रेस के एक नेता ने इंडियन एक्सप्रेस को कहा- "हमारी जिम्मेदारियों में पार्टी उम्मीदवारों के लिए गहन प्रचार करना। प्रत्येक क्षेत्र के लिए रणनीति तैयार करना और समर्थकों और मतदाताओं को एकजुट करना शामिल होगा।" कांग्रेस पार्टी ने अपनी पहली सूची में लोकसभा चुनाव के लिए अब तक 39 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। इस बार भी राहुल गांधी केरल के वायनाड से चुनाव लड़ेंगे।
भूपेश बघेल राजनांदगांव से लड़ेंगे चुनाव
8 मार्च को कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए 8 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश के उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की। राहुल गांधी के अलावा छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजनांदगांव से, मौजूदा सांसद शशि थरूर तिरुवनंतपुरम से और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल अलाप्पुझा से चुनाव लड़ेंगे।
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