Delhi Flood: दिल्ली में बाढ़ से हालात खराब, नोएडा में भी घुसा पानी, गाजियाबाद में बांध टूटने से बढ़ीं मुसीबतें

Delhi Floods: राजधानी के कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं इसके कारण हजारों लोगों जीवन प्रभावित हो गया है। सरकार पूरी मुस्तैदी से राहत और बचाव कार्यक्रम चला रही है।
Delhi Floods
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नई दिल्ली/गाजियाबाद/नोएडा, रफ्तार डेस्क। दिल्ली में लोग बाढ़ से बेहाल हैं। लाल किला से लेकर आईटीओ तक सभी पानी में डूबे हैं। यमुना अब भी खतरे के निशान से ऊपर है। राजधानी के कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं इसके कारण हजारों लोगों जीवन प्रभावित हो गया है। सरकार पूरी मुस्तैदी से राहत और बचाव कार्यक्रम चला रही है। ताजा अपडेट के अनुसार नोएडा के कई सेक्टरों में पानी घुस गया है। 92, 150, 167, 168, 151, 151ए, 93, 137 सेक्टर पानी में डूब गए हैं। कई सोसाइटी में भी बाढ़ का पानी घुसने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और एलजी विनय सक्सेना से फोन पर बात की है।

प्वाइट में समझिए दिल्ली-एनसीआर के ताजा हालात

यमुना नदी खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही है।

दिल्ली के कई इलाके जलमग्न।

आईटीओ के पास पानी भर चुका है।

पानी लाल किला और रिंग रोड तक पहुंचा।

लाल किले में पर्यटकों के जाने पर रोक।

बाढ़ के खतरे को देखते हुए दिल्ली में सभी स्कूलों को 16 जुलाई तक बंद हैं।

गाजियाबाद के कई गांवों में घुसा पानी

दिल्ली के बाद अब यमुना नदी का पानी गाजियाबाद के कई गांवों में भी घुस रहा है। शुक्रवार सुबह तक यमुना का पानी लोनी इलाके के कई गांवों में घुस गया। ट्रोनिका सिटी पुलिस चौकी भी डूब गई। इससे ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। जलस्तर बढ़ने के कारण मंडोला और आवास विकास बिजलीघर की बिजली सप्लाई को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके चलते हजारों उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का सामना भी करना पड़ रहा है।

यमुना नदी का टूटा पुश्ता बांध

रात्रि में बागपत और लोनी की सीमा पर पानी के तेज बहाव से यमुना नदी का पुश्ता बांध टूट गया, जिसके चलते पानी लोनी के ट्रॉनिका सिटी, अलीपुर, पचायरा, नवादा, मीरपुर हिंदू, सुंदरपुर और नौसरपुर गांव में घुस गया है। ट्रॉनिका सिटी औद्योगिक क्षेत्र की सड़कों पर पूरी तरह पानी भर गया है।

क्या कहते हैं गाजियाबाद डीएम?

जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने शुक्रवार को कहा कि मौके पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। बांध को दुरुस्त करने के लिए बागपत और गाजियाबाद जिला प्रशासन कोशिश कर रहा है। पुश्ता रात तक करीब 20 फीट क टूटा था, यमुना के तेज बहाव से वो पुश्ता अब करीब 150 फीट से भी अधिक क्षत्रिग्रस्त हो चुका है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने गुरुवार को इस इलाके का दौरा किया था। साथ ही गांवों में मुनादी भी कराई थी। एनडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुला लिया गया था।

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