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साहित्य अकादमी की पुरस्कार घोषणा पर चयनित लेखकों को मिल रहा साधुवाद

मधुबनी,13 मार्च (हि.स.)।बिहार में विद्वानों की भूमि मधुबनी के तीन लेखकों को साहित्य अकादमी, नई दिल्ली से मैथिली भाषा में पुरस्कार देने की घोषणा शुक्रवार को की गई थी। जिलाधिकारी अमित कुमार ने इन पुरस्कृत लेखकों को आज साधुवाद दिया है। डीएम ने साहित्य के क्षेत्र में जिला की गौरव बताया है।साहित्य अकादमी से पुरस्कृत सभी तीनों लेखकों की कृति व पुरस्कार चयन को शुभकामना दिया है। साहित्य अकादमी ने मूल पुरस्कार के लिए डॉ कमल कांत झा की रचना कहानी संग्रह को चयनित किया है।प्रबुद्ध जनो ने साहित्य अकादमी पुरस्कार में तीन लेखकों की नाम घोषित होने को जिला के लिए गौरव बाताया है। पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि मैथिली भाषा साहित्य की परम्परागत ऐतिहासिक पृष्ठभूमि शुरू से सबल हो रहा है।साहित्य अकादमी ने बाल पुरस्कार , युवा पुरस्कार एवं मूल पुरस्कार मैथिली साहित्य में इस वर्ष मधुबनी जिला के तीन लेखकों को देने की घोषणा की है।मैथिली भाषा की विकास के लिए मांग- समर्थन की कई योजनाए अभी कांग्रेस गठबंधन द्वारा बनाई गई है। भाजपा के विधान पार्षद सुमन महासेठ ने बताया कि केंद्र सरकार मैथिली भाषा साहित्य के संरक्षण व संवर्धन के लिए कृत संकल्पित होकर कई विशिष्ट कार्य बीते दिनों में किया है।मधुबनी जिला के तीन लोगों को उनकी रचनाओं पर साहित्य अकादमी पुरस्कार की घोषणा से यहां के जनप्रतिनिधि व आमजनों का गौरव का विषय बना है। खासकर मैथिली साहित्य के मूल पुरस्कार के लिए चयनित डॉ. कमल कांत झा बहुत ही मृदुभाषी स्वभाव के व्यक्तित्व हैं।खजौली के भाजपा विधायक अरूण शंकर प्रसाद ने बताया कि यशस्वी प्राध्यापक व स्थापित विद्वान के रूप में डॉ कमल कान्त झा की पहचान रही है। विधायक अरुण शंकर ने कहा कि यहां पर सबों के साथ डॉ झा का निजी जुड़ाव रहा है ।छात्र जीवन से ही डॉ झा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) परिवार से जुड़े रहे हैं।इसके साथ-साथ स्थापित लेखक के रूप में विख्यात हैं। भाजपा की नीति निर्धारण ,कार्य स्वरूप का शुरुआती दौर में मधुबनी जिला में व्याख्यात्मक प्रचार- प्रसार कमलाकांत झा करते रहे हैं।बिस्फी के भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने बताया कि कमलाकांत झा हिंदी ,मैथिली, अंग्रेजी साहित्य के उद्भट विद्वान हैं। विधायक बचौल ने कहा कि डीबी कालेज जयनगर से सेवानिवृत्त होने के बाद डॉ झा लगभग 45 विभिन्न विधाओं के पुस्तकों की रचना की है। इनकी विद्वता को दर्शाता है। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष घनश्याम ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुराने सहयोगी डॉ झा यहां संघ के संचालन, निर्माण व साखा की देखरेख शुरू से करते रहे हैं।जीविकोपार्जन के लिए डीबी कॉलेज जयनगर में नौकरी किया है। जबकि मन और आत्मा से संघ के संग साखा व विस्तारीकरण का काम किया है। भाजपा की नीति पलक वैचारिक आवदानों को शुरू से जनमानस के बीच में प्रचारित भी किया है। जेएनबी आदर्श कालेज के प्राचार्य डॉ सदानंद झा ने साहित्य अकादमी पुरस्कार में शामिल सभी मैथिली , संस्कृत व हिन्दी के लेखकों को साधुवाद दिया है।प्राचार्य डा झा ने कहा कि डा कमल कांत झा कुशल समाजसेवी , संघ संचालक, इमानदार व्यक्तित्व रहे हैं। विद्वत समाज के पंक्ति में खड़ा होकर डा झा अपनी प्रतिष्ठा अर्जन की है। इधर नवारंभ प्रकाशन के संयोजक अजित आजाद ने बताया कि मधुबनी जिला में 3 विधाओं पर लेखकों को साहित्य अकादमी का पुरस्कार दिए जाने की घोषणा किया गया है ।डा कमल कांत झा साहित्य की मजे हुए विद्वान शुरू से रहे हैं।लगभग 45 से ऊपर किताबे इनकी छपी हुई है।इस वर्ष की मूल पुरस्कार में इनकी कथा संग्रह की चयन से साहित्य जगत गौरवान्वित हुआ। आजाद ने कहा कि युवा पुरस्कार सोनू कुमार झा को मिली है।नवोदित लेखक सोनू कुमार गस्सा किताब लिखकर अपनी पहली पुस्तक पर ही युवा पुरस्कार प्राप्त किया है।वरीय साहित्यकार अजित आजाद ने बताया कि सियाराम झा सरस विगत पांच दशक से मैथिली साहित्य की सेवा करते रहे हैं।आज जीवन के चौथे पन में इन्हे साहित्य अकादमी से बाल पुरस्कार प्राप्त हुई है।साहित्य जगत के लिए गौरव का विषय है।पुरस्कृत लोगों को सार्वजनिक मंच से सम्मान करने की घोषणा अजित आजाद ने किया ।पुरस्कृत लेखको को शुभकामना देने वालों में डा दमन कुमार झा,डा अरविंद सिंह झा ,डा विपीन कुमारझा ,डा राम सेवक झा, डा विनय विश्व बंधु आदि प्रमुख हैं। हिन्दुस्थान समाचार/लम्बोदर

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