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मुज़फ़्फ़रपुर में कोरोना जाँच में शिथिलता को लेकर अधिकाकारियों के वेतन पर लगी रोक

मुजफ्फरपुर,17 मई (हि. स.) | जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने जिले में लगातार विभिन्न पीएचसी में हो रहे कोरोना संक्रमण की जांच में लापरवाही के बाद सोमवार को जिले के आठ प्रखंड जिसमें सकरा, सरैया, मडवन, पारू ,बोचहां, साहेबगंज, मोतीपुर और मुसहरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र जारी कर यह साफ कहा है कि करुणा जांच के लिए सिंपल लिए जाने में बरती जा रही लापरवाही एवं निष्क्रियता के संबंध में अपना स्पष्टीकरण 24 घंटे के अंदर अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध करा कर बताये कि क्यों नहीं आप सभी के विरुद्ध आपदा एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराते हुए अनुशासनिक कार्रवाई की जाए| साथ ही साथ यह भी कहा है कि स्पष्टीकरण पर निर्णय होने तक 16 मई का वेतन भुगतान स्थगित किया जाता है । इतना ही नहीं जिले के सिविल सर्जन और करोना जांच कोषांग के नोडल अधिकारी से भी स्पष्टीकरण डीएम ने मांगा है और दोनों ही अधिकारियों से 24 घंटे के अंदर जवाब तलब किया है और यह कहा है कि यह प्रतीत होता है कि आपके द्वारा अपेक्षित अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण नहीं किया जा रहा है यह अत्यंत ही खेद का विषय है जबकि दूरभाष पर आपको जांच बढ़ाने हेतु निर्देशित समय-समय पर किया गया है | स्पष्टीकरण में यह कहा गया है कि क्यों नहीं आप के विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही की जाए| स्पष्टीकरण पर निर्णय होने तक 16 मई के वेतन भुगतान स्थगित कर दी है। डीएम की इस कार्रवाई के बाद स्वास्थ्य महकमे के सभी अधिकारी पदाधिकारी में कोलाहल मचा हुआ है । हिन्दुस्थान समाचार/ मनोज/चंदा

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