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आयकर विभाग ने इत्र व्यवसायी पीयूष जैन के सिलीगुड़ी स्थित सहयोगी के परिसरों की तलाशी ली

नई दिल्ली, 27 फरवरी (आईएएनएस)। इत्र व्यवसायी पीयूष जैन से जुड़े आयकर चोरी मामले में एक ताजा घटनाक्रम में आयकर विभाग ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में उनके सहयोगी नारायण अग्रवाल के 25 अलग-अलग स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। नारायण अग्रवाल सुपारी का कारोबार करते हैं। आयकर अधिकारी पीयूष जैन के उन सहयोगियों की तलाशी कर रहे थे, जो कथित तौर पर हवाला और कर चोरी में शामिल थे। आईटी विभाग पर तलाशी अभियान जारी है और अभी तक उन्होंने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। जीएसटी इंटेलिजेंस के महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने 30 दिसंबर, 2021 को कहा था कि कानपुर कन्नौज के व्यवसायी पीयूष जैन के दो परिसरों से बरामद कुल नकदी 197.49 करोड़ थी । यह एक केस संपत्ति थी और उन्होंने इसे कंपनी के टर्न ओवर में नहीं दिखाया था। जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने पिछले साल दिसंबर में परफ्यूमरी कंपाउंड्स के निर्माता पीयूष जैन द्वारा चलाए जा रहे ओडोकेम इंडस्ट्रीज में छापेमारी की थी। डीजीजीआई ने रुपये बरामद किए थे। पीयूष जैन के दो परिसरों से 197.49 करोड़, 23 किलो सोना और उच्च मूल्य का आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ है। पहले कहा गया था कि डीजीजीआई ने पीयूष जैन के परिसर से बरामद नकदी को उनकी कंपनी का टर्नओवर मानने का फैसला किया है। यह भी कहा गया कि पीयूष जैन ने अपनी देनदारी स्वीकार करने के बाद डीजीजीआई की मंजूरी से कुल 52 करोड़ रुपये कर बकाया के रूप में जमा कर सभी आरोपों से मुक्त कर दिया है। यह भी पता चला कि डीजीजीआई विभाग पीयूष जैन के बयान से सहमत हो गया है और तदनुसार कर देयता को अंतिम रूप दिया गया है। हालांकि डीजीजीआई ने साफ किया कि ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। डीजीजीआई ने सभी दावों का खंडन किया था। डीजीजीआई ने कहा, अपराध की स्वेच्छा से स्वीकार करने और रिकॉर्ड पर उपलब्ध सबूतों के आधार पर, पीयूष जैन को 26 दिसंबर को सीजीएसटी अधिनियम की धारा 132 के तहत गिरफ्तार किया गया था। --आईएएनएस आरएचए/आरजेएस

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