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अस्पताल की बीएचटी रिपोर्ट ने की शराब से मरने की पुष्टि, मरनेवालों की संख्या हुई नौ

-अस्पताल की बीएचटी रिपोर्ट ने की शराब से मौत की पुष्टि नवादा,01 अप्रैल (हि.स.)।(अपडेट)। बिहार के नवादा जिले में जहरीली शराब कांड में गुरुवार की सुबह तक मृतकों की संख्या नौ पहुंच गई है। नवादा सदर अस्पताल की बीएचटी रिपोर्ट ने गुरुवार की सुबह नगर थाने के बुधौल गांव के किशोरी राम के पुत्र धर्मेंद्र कुमार की मौत शराब पीने से होने की पुष्टि की है।अस्पताल की रिपोर्ट ने जहरीली शराब से मौत पर पर्दा डालने वाले प्रशासनिक अधिकारियों की बोलती ही बंद कर दी है।बुधवार को मरने वालों की संख्या छह थी ।वहीं आज मरने वालों की संख्या नौ पहुंच गई है । अस्पताल के बीएचपी रिपोर्ट की सच्चाई सामने आते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है ।वहीं जहरीली शराब से मौत के मामले की जांच कर इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई की मांग भी जोर पकड़ती जा रही है। हिसुआ के विधायक नीतू सिंह ,राजद के जिला उपाध्यक्ष मौत प्रभावित ग्राम पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि प्रिंस तमन्ना ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैक्स संदेश भेजकर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। प्रिंस तमन्ना ने बताया कि उनके ग्राम पंचायत भदोनी में छह लोगों की जान गई है। वहीं जहरीली शराब से चार लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई है । सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात तो यह है कि प्रशासन के अधिकारी शराब माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई नहीं कर रही। मामले की लीपापोती की कोशिश चल रही है। अगर दो दिनों के भीतर जांच कर सही दिशा में कार्रवाई नहीं की गई तो निश्चित तौर पर नवादा जिले में अवैध शराब माफियाओं व उन से मिलीभगत कर शराब का धंधा चला कर गरीबों के जान के ग्राहक बने लोगों के विरुद्ध चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा । खरीदी बीगहा के चमारी चौधरी की आंखों की रोशनी चली गई। उनकी पुत्री किस्मतिया देवी ने साफ तौर पर कहा उनके पिता ने सोमवार को शराब पीकर घर पहुंचे थे। कल होकर आंख की रोशनी चली गई।जहरीली शराब से मरने वालों का गांव बुधौल, गांधीनगर व खरीदी बीगहा में अभी कई ऐसे लोग हैं। जिनकी आंखों की रोशनी चली गई है। लेकिन प्रशासन द्वारा पैदा किए गए दहशत के कारण ये लोग खुलकर सरकारी अस्पतालों में इलाज को सामने नहीं आ रहे । उन्हें भय है कि अगर शराब की जानकारी प्रशासन को सीधे तौर पर हुई, तो उनके परिवार भी दंडित किए जाएंगे । इस कारण वे सब सामने आने की हिम्मत तक नहीं कर रहे। हिन्दुस्थान समाचार/डॉ सुमन

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