Income From FD: हर महीने फिक्स्ड डिपॉजिट से भी होगी इनकम, जानें नियम और शर्तें

FD Monthly Interest Payout: लोग फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसे लगाते हैं। उन्हें मैच्योरिटी बाद मूलधन पर ब्याज जोड़कर पैसे मिलते हैं। आप जानते हैं फिक्स्ड डिपॉजिट से भी हर महीने कमाई कर सकते हैं?
रुपए, जिसे आप एफडी में निवेश कर सकते हैं, जिस पर आपको हर महीने इनकम होगा।
रुपए, जिसे आप एफडी में निवेश कर सकते हैं, जिस पर आपको हर महीने इनकम होगा।सोशल मीडिया एक्स।

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। बहुत सारे लोग फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसे लगाते हैं। उन्हें मैच्योरिटी बाद मूलधन पर ब्याज जोड़कर पैसे मिलते हैं। मगर, आप जानते हैं कि फिक्स्ड डिपॉजिट से भी आप हर महीने कमाई कर सकते हैं? फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट मंथली इनकम स्‍कीम की सुविधा स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) समेत कई प्रमुख बैंक दे रहे हैं। ऐसे में आप मंथली फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट इनकम या मंथली इंटरेस्ट पेआउट एफडी का विकल्प चुनें।

मंथली इंटरेस्ट पेआउट एफडी क्‍या ?

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में 2 विकल्प होते हैं। पहला विकल्प कम्युलेटिव स्कीम का है। इसमें मैच्योरिटी पर मूलधन और ब्याज जोड़कर रकम मिलती है। नॉन कम्युलेटिव स्कीम में रेगुलर पेआउट फिक्स इंटरवल पर होता है। आवेदन करते समय आप मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना पेआउट में से विकल्प चुनें। मासिक विकल्प चुनने पर हर महीने खाते में रकम आती है।

एफडी मंथली इनकम की खासियत

-एफडी मंथली इनकम स्‍कीम में कितनी भी राशि जमा की जा सकती है।

-कुछ बैंक 10 साल के लिए यह सुविधा देते हैं।

-अन्य मासिक इनकम योजनाओं की तुलना में यह योजना अधिक लिक्विडिटी प्रदान करती है. एक निवेशक अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए एक तय फॉर्मेलिटी पूरी कर किसी भी समय अपना कैश निकाल सकता है।

-स्‍कीम को शुरू करने के लिए प्रोसेसिंग फीस नहीं है।

-बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद निवेशकों को तय ब्याज के हिसाब से मंथली रिटर्न मिलता है।

-बैंक फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट मासिक इनकम स्‍कीम में नॉमिनेशन की सुविधा देते हैं।

-फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट मासिक इनकम स्‍कीम पर लोन की भी सुविधा है। अपनी जमा राशि पर आप लोन ले सकते हैं।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए बेहतरीन

फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट मासिक आय सीनियर सिटीजंस के लिए बेहतर विकल्प है, जो अपनी जमा पूंजी को सुरक्षित रखते हुए उस पर मंथली इनकम कर सकते हैं। सीनियर सिटीजंस को एफडी पर ब्याज भी सामान्‍य एफडी की तुलना में 50 बेसिस प्‍वॉइंट अधिक दिया जाता है। इसमें जो ब्याज सालाना बनता है, उसे 12 महीनों में बांटकर हर महीने खाते में भेजा जाता है। अमूमन नॉन कम्युलेटिव स्‍कीम 12 महीने से 60 महीने के लिए होती है। मैच्योरिटी पीरियड खत्म होने पर मूलधन वापस मिलता है। आप इस स्‍कीम को आगे के लिए शुरू कर सकते हैं।

अन्य खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in