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दिल्ली मेट्रो-सीपीडब्ल्यूडी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर, सेंट्रल विस्टा तक बनेगी लूप लाइन

नई दिल्ली, 28 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली मेट्रो से सफर करने वालों और बेहतर सुविधा देने के लिए डीएमआरसी लगातार प्रयास कर रहा है। मेट्रो की बढ़ती व्यस्थता को देखते हुए सोमवार को दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है। दरअसल दिल्ली मेट्रो ने अब अपनी एक लाइन का विस्तार करने की योजना बनाई है, जो की सेंट्रल विस्टा तक जाएगी। मौजूदा वक्त में डीएमआरसी 286 मेट्रो स्टेशनों के साथ 391 किलोमीटर के मेट्रो नेटवर्क का संचालन कर रहा है। अपने चौथे चरण के विस्तार के हिस्से के रूप में डीएमआरसी तीन अलग-अलग गलियारों में 65 किलोमीटर नई लाइनों के निर्माण में लगा हुआ है। दिल्ली मेट्रो और सीपीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। वहीं ज्ञापन समझौते के अनुसार, डीएमआरसी मेट्रो लूप के निर्माण के लिए तकनीकी सहायता के साथ-साथ फिनिशिंग और सेवाओं के कार्यों को अंजाम देगा। मौजूदा मेट्रो नेटवर्क को नए केंद्रीय सचिवालय भवनों से जोड़ने के लिए कॉरिडोर, जो सेंट्रल विस्टा एरिया पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में आएगा। वहीं यह मेट्रो लूप कॉरिडोर करीब तीन किलोमीटर लंबा होगा। दिल्ली मेट्रो में सुबह और शाम प्रति घंटे 20,000 यात्रियों की व्यस्ततम मांग की अपेक्षा करते हुए योजना बनाई जा रही है। पूरा कॉरिडोर अंडरग्राउंड होगा। एमओयू के अनुसार, डीएमआरसी प्लेटफॉर्म, सपोर्ट सर्विसेज और रखरखाव सुविधाओं जैसी सुविधाओं के आकार के साथ-साथ पटरियों और सुरंगों के क्षैतिज और ऊध्र्वाधर संरेखण को अंतिम रूप देने के अलावा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करेगा। डीएमआरसी परियोजना के लिए विस्तृत डिजाइन सलाहकार भी नियुक्त करेगा। जबकि सीपीडब्ल्यूडी बुनियादी सिविल संरचना निर्माण कार्य करेगा, डीएमआरसी नियंत्रण प्रणाली, सिग्नल सिस्टम, ट्रैक कार्य, रोलिंग स्टॉक, विद्युत और रखरखाव कार्यों आदि के डिजाइन और निर्माण सहित अन्य सभी परिष्करण और सेवा कार्यों को निष्पादित करेगा। --आईएएनएस एमएसके/एएनएम

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