नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का बयान गैर वाजिब है। उन्होंने कहा कि आपसे मुसलमान के बारे में पूछा गया और आप दलित की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कांग्रेस की सरकार के दौरान ही मुस्लिमों के खिलाफ कई घटनाएं हुई थी। सिक्खों के खून से होली खेली गई थी, छत्तीसगढ़ में उनकी सरकार है और धर्म संसद होता है, राजस्थान में जुनैद नासिर कैसे मारे गए।
पहलवानों के मुद्दे पर क्या बोले ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने पहलवानों का विरोध करने पर बीजेपी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने कहा कि उनके पास कोई सबूत नहीं है। सीएए पास हुआ तब शाहीन बाग में प्रदर्शन हुआ तो सब बैठ कर देखते रहे। सभी ने बैठकर किसानों का प्रदर्शन का तमाशा देखा। महिला मंत्री चुपचाप बैठी हैं। दिल्ली की पुलिस और केंद्र सरकार को पहलवानों पर जानकारी देनी चाहिए।
परिसीमन को लेकर बोले ओवैसी
परिसीमन को लेकर एआईएमआईएम के प्रमुख ने कहा कि अधिक आबादी वाले राज्यों और छोटे दक्षिणी राज्यों के बीच अंतर है, जो दक्षिणी राज्यों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा। भाजपा को स्टैंड लेना चाहिए। यह देखते हुए कि देश की 50% आबादी तीन से चार राज्यों में रहती है, यह एक संघर्ष का कारण हो सकता है। उन्होंने कहा कि ‘आप यह दिखाना चाहते हैं कि हम मोदी से बड़े हिंदू हैं। धर्मनिरपेक्षता के नाम पर मुसलमानों को धोखा मत दो’।
AAP पर साधा निशाना
उन्होंने आगे कहा कि वह अरविंद केजरीवाल का समर्थन नहीं कर सकते क्योंकि वह एक साफ्ट नहीं रीयल हिंदुत्व की राह पर हैं। आपने 370 का समर्थन क्यों किया? पहले उसके खिलाफ, फिर उनका समर्थन करते हैं। राजनीतिक कंसिस्टेंसी नहीं है, अब अध्यादेश आ गया है लड़ते रहिए।
केंद्र सरकार पर हमला
पुस्तक से अध्यायों को हटाने के संबंध में ओवैसी ने कहा कि वे पहले सावरकर गोड़से को पढ़ाएंगे और फिर गांधी को। मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को किताबों से हटा दिया गया है। मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर उन्होंने कहा कि मणिपुर में गृहयुद्ध चल रहा है. प्रधानमंत्री चुप हैं और मणिपुर जल रहा है।