नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। अरविंदर सिंह लवली ने अपने पद से इस्तीफा देने के बाद मीडियाकर्मियों को बताया कि "उनका इस्तीफा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दुख को बयां करता है। उन्होंने कहा कि हम इस बात से दुखी हैं कि पार्टी जिन आदर्शों के लिए पिछले 7-8 सालों से लड़ रही है, आज उन्हीं से समझौता कर रही है।
दूसरे दल में शामिल नहीं होंगे अरविंदर सिंह लवली
अरविंदर सिंह लवली ने अपने आवास में प्रेस कॉन्फ्रैंस के दौरान कहा कि "मैंने केवल दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया है, और मैं किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो रहा हूं।" लोकसभा चुनाव 2024 के बीच अरविंदर सिंह लवली ने 28 अप्रैल को दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष का इस्तीफा कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपा। लवली ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल होने की कोई योजना नहीं है। यह स्पष्टीकरण तब आया जब कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान ने दावा किया कि भाजपा पूर्वी दिल्ली सीट से भगवा पार्टी द्वारा पहले से मैदान में उतारे गए हर्ष मल्होत्रा की जगह लवली को मैदान में उतारेंगे।
इंडी गठबंधन पर बोले लवली
अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन का जिक्र करते हुए कहा, "हम साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कभी नहीं कहा कि हम उन्हें क्लीन चिट दे रहे हैं या स्कूलों और अस्पतालों के निर्माण का श्रेय दे रहे हैं, जो वास्तविकता से बहुत दूर है।" लोकसभा चुनाव में दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन पर उन्होंने कहा, "जो लोग कह रहे हैं कि मैंने टिकट बंटवारे से नाराज होकर इस्तीफा दिया है, ऐसा नहीं है। आप सभी जानते हैं कि मैंने 3 दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उम्मीदवारों का परिचय दिया था।"
आम आदमी पार्टी से गठबंधन की बताई वजह
लवली ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का कारण बताते हुए पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया। यह कदम लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए एक झटका था। लवली ने कहा कि कांग्रेस की दिल्ली इकाई आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ गठबंधन के खिलाफ थी लेकिन पार्टी आलाकमान इस पर आगे बढ़े। उन्होंने 28 अप्रैल को कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे अपने त्याग पत्र में कहा, "दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी।"
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