नई दिल्ली रफ्तार डेस्क 29 December 2023 : शुक्रवार के दिन हर घर में मां लक्ष्मी की पूजा और आरती की जाती है। वहीं कई लोग शुक्रवार के दिन मां वैभव लक्ष्मी का व्रत करके माता लक्ष्मी को प्रसन्न भी करते हैं ऐसा करने से मन मुताबिक फल मिलता है। और आपके घर में माता लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है। मान्यताओं के अनुसार शुक्रवार के दिन मां काली की भी पूजा की जाती है ऐसा माना जाता है कि इस दिन मां काली की पूजा करने से आपके शत्रुओं और संकटों का नाश होता है। देवी काली की पूजा से रोजगार और धन संबधित समस्याएं भी दूर होती हैं। यदि आप मां काली की उपासना किसी खास मकसद से कर रहे तो आपको देवी की पूजा करते समय कुछ खास बातों का ध्यान देना होगा।
मां काली की पूजा न केवल हर व्यक्ति बल्कि की तांत्रिक अथवा सन्यासी लोग भी करते हैं। ऐसी मान्यताएं हैं की काली माँ काल का संहार कर मोक्ष प्रदान करती हैं। शुक्रवार को काली माता की पूजा के लिए उनकी तस्वीर या प्रतिमा को स्वच्छ आसान पर स्थापित करें। जल अर्पित करके प्रतिमा के तिलक लगाएं और पुष्प आदि अर्पित करें। एक आसन पर बैठकर ऊं क्रीं कालिकायै नमः और ऊं कपालिन्यै नमः मंत्र का 108 बार जाप करें। जाप के बाद अपनी श्रद्धा के अनुसार भोग मां काली को अर्पितण करें। भूख लगाकर माता रानी की आरती करें और उनसे प्रार्थना करें और आपकी जो मनोकामना है उसे मांगे।
देवी काली की पूजा में लाल या काली वस्तुओं का विशेष महत्व है। इसलिए उनकी पूजा में चढ़ावा इसी रंग का होना चाहिए।
देवी काली की पूजा में लाल कुमकुम, अक्षत, गुड़हल के लाल फूल और भोग में हलवे या दूध से बनी मिठाई के अलावा कुछ और अर्पित नहीं करना चाहिए।
शुक्रवार के दिन देवी काली की पूजा लाल या गुलाबी वस्त्र पहन कर ही करना चाहिए।
माता काली की पूजा तभी सफल होती है जब आप किसी प्रकार की समस्या से निजात पानी के लिए करते हैं। वहीं, अगर आप किसी को परेशान करने के लिए यह पूजा करते हैं तो यह काफी सफल नहीं होती। है। बल्कि ऐसी मान्यताएं हैं की काली माँ
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