Raftaar Desk SYI-1
सावन के महीने में मेहंदी और आलता लगाना शुभ माना जाता है. आजकल की भागदौड़ वाली जिदंगी में महिलाएं मेहंदी लगाने का समय नहीं निकाल पाती हैं. ऐसे में आप आलता की मदद से भी अपने हाथों को सजा सकती हैं.
बिहार और बंगाल में आलता सोलह श्रृंगार का हिस्सा माना जाता है और शादी के समय नई दुल्हन को आलता लगाने का रिवाज है. ऐसे में आप सावन के पवित्र महीने में पैरों के साथ-साथ हाथों पर भी आलता लग सकती हैं.
हरी चूड़ियों के साथ आलता काफी खूबसूरत लगता है. ऐसे में आप चाहें, तो आलता के डिजाइन के साथ एक्सपेरिमेंट करते हुए मेहंदी डिजाइन में भी इसे लगा सकती हैं.
आप अपने हाथ में लाल आलता लगाएं और जब ये पूरी तरह से सूख जाए, तो ब्रश की मदद से व्हाइट कुमकुम से महीन डिजाइन बना लें. ये दिखने में काफी खूबसूरत लगते हैं.
आप चाहें तो पहले ट्रेडिशनल डिजाइन वाला आलता लगाएं और इसके साथ महंगी से नक्काशी बनाएं. इस तरह आप एक साथ आलता और मेहंदी दोनों ही लगा सकती हैं
अगर आपकी नई-नई शादी हुई है, तो आप इस तरह भरा-भरा आलता लगा सकती हैं. इसे और भरा बनाने के लिए आप पीले चंदन का इस्तेमाल कर सकती हैं.
माना जाता है कि यह सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद शुभ होता है.
आप मेहंदी की तरह ही आलता भी लगा सकती हैं. इसके लिए आप ब्रश की मदद से हाथों पर डिजाइन बनाएं. ये स्टाइल यंग लेडीज में काफी पॉपुलर हो रहा है.