Health Tips
Health Tips  Pixabay
Women

ऑफिस में इन 5 बातों का रखें खास ध्यान, फ्रेश होगा मूड

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क| आप वर्किंग वूमन के तौर पर काम करती हैं। वहीं आप आठ घंटे की ड्यूटी कर लौटती हैं तो आप अकसर थकान महसूस करती होंगी। वहीं कोई आफिस में काफी पाॅजिटिव माहौल भी रहता है। जीवन में सफल और खुश रहने का फंडा ये है कि आप जितना अपने काम को एंजाॅय करते हैं, उतना आप खुश रहते हैं।

ये चीजे हर व्यक्ति पर लागू नहीं होती है। आप अपने काम को बेहतर तरह से तब कर पाएंगे जब आपके आफिस का माहौल बेहतर रहता है। आप घर के अलावा आॅफि का काम भी करती हैं तो लाइफ में बैलेंस बनाने के लिए आपको इन टिप्स को फाॅलो करना होगा।

आफिस में जाते वक्त ना हो निराश

आफिस में जाते समय आप निराश होते हैं तो ये अच्छी बात नहीं है। आप डाउन फील कर रहे हैं तो अच्छा स्पेस जरूर खोजने का प्रय़ास करते हैं। लेकिन कई बार ज्यादा भीड़ की वजह से पसंदीदा सीट नहीं मिलती। आप जहाँ भी बैठकर काम कर रहे हैं, उसको जगह को बेहतर तरह से मैनेज करना होगा। तब ही आप मन लगाकर काम कर सकते हैं।

माहौल को बेहतर बनाने का करें प्रयास

आफिस का माहौल आपके मूड को खराब कर सकता है। वहीं इससे आपके काम पर काफी असर पड़ता है। अगर आसपास का माहौल ठीक है तो काम में भी मन लगता है। आप आसपास के माहौल को बेहतर बनाने का प्रयास करें। आप डेस्क का खास ध्यान रख सकते हैं। आप आसपास को बेहतर तरह से सजा के रख सकते हैं। अगर आपको डेस्कटाॅप से दिक्कत होती है लैपटाॅप का इस्तेमाल कर सकते हैं।

पोश्चर क रखें खास ध्यान

अगर आप आप आफिस में करने के दौरान पोस्चर का ध्यान देते हैं तो दिक्कत हो सकती है। आपकी कुर्सी या फिर डेस्क आरामदेह नहीं है तो आप उसको बदलने का प्रयास कर सकते हैं। घर के काम से महिलाओं की पीठ में दर्द होता है। ऐसे में आप आफिस में भी अनकंफर्टेबल होकर काम करते हैं तो दिक्कत को बढ़ा सकता है। आप कुर्सी पर सीधे बैठकर काम करने का प्रयास करें। कंप्यूटर स्क्रीन से गैप देकर बैठना जरूरी है। डेस्क में झुककर बैठने से दिक्कत हो सकती है।

खुद के लिए निकालें समय

आप व्यस्त लाइफ में खुद के लिए थोड़ा समय निकाल सकते हैं। अपने कंप्यूटर में व्यस्त रहने का प्रयास करें। अपना ईमेल बेहतर तरह से इस्तेमाल करें। अपने काम को आप समय पर पूरा करने का प्रयास करें। आप स्मार्ट तरीके से हर चीज को मैनेज कर सकते हैं। इससे आपका काम में तनाव कम होते ही सुधार होगा।

अन्य खबरों के लिए क्लिक करें- https://www.raftaar.in/