सोशल मीडिया और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय।
सोशल मीडिया और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय।  रफ्तार।
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Social Media Update: सरकार की सख्त हिदायत, अब इस काम से दूरी बना लें सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स

नई दिल्ली, रफ्तार। सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स के लिए बड़ी चेतावनी जारी की गई है। केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को विदेशी जुआ-सट्टा प्लेटफॉर्म का प्रचार करने से बचने को कहा गया है। इसके बाद भी इंफ्लुएंसर्स ऐसा करते हैं तो उन पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है।

सरोगेट एडवर्टिजमेंट पर भी होगा लागू

केंद्र सरकार ने गुरुवार को एडवाइजरी जारी कर बताया कि सोशल मीडिया के इंफ्लुएंसर्स और एंडोर्सर्स विदेशी ऑनलाइन बेटिंग व गैम्बलिंग एप के विज्ञापनों से दूरी बना लें। यह एडवाइजरी सरोगेट एडवर्टिजमेंट पर भी लागू है। सरोगेट एडवर्टिजमेंट उन विज्ञापनों को कहा जाता है, जिसमें असल प्रोडक्ट या सर्विस के बजाय सांकेतिक प्रोडक्ट का यूज किया जाता है। जैसे-तंबाकू के विज्ञापनों में पान मसाले का इस्तेमाल किया जाता है।

इस वजह से दी गई हिदायत

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा है कि ये विज्ञापन उपभोक्ताओं और विशेषकर युवाओं को गलत तरीके से प्रभावित करते हैं। ऑनलाइन बेटिंग व गैंबलिंग के विज्ञापनों के कारण फाइनेंशियल एवं सोशियो-इकोनॉमिक प्रभाव होते हैं। इसके मद्देनजर सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को कहा गया है कि वे इन विज्ञापनों से दूर रहें।

आदेश न मानने पर अकाउंट को होगा रिमूव और डिसेबल

मंत्रालय द्वारा चेतावनी दी गई है कि सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स आदेश नहीं मानते हैं तो उन पर कंज्युमर प्रोटेक्शन एक्ट 2019 के तहत कार्रवाई की जा सकती है। इस कार्रवाई में सोशल मीडिया पोस्ट एवं अकाउंट को रिमूव और डिसेबल करना शामिल हैं।

इंफ्लुएंसर्स इकोनॉमी का तेजी से विकास

सोशल मीडिया के उभार ने दुनिया भर में इंफ्लुएंसर्स की कैटेगरी बनाई है। विभिन्न प्लेटफॉर्म जैसे- एक्स (पूर्व में ट्विटर), फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि पर काफी संख्या में फॉलोअर एवं सब्सक्राइबर रखने वालों को सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स कहते हैं। कई कंपनियां ऐसे इंफ्लुएंसर्स का सहारा लेकर सीधे ग्राहकों तक पहुंचने के लिए विशेष विज्ञापन बनवाती हैं। इस तरह से इंफ्लुएंसर्स इकोनॉमी का तेजी से विकास हुआ है।

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