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कोलकाता

Sandeshkhali: शेख शाहजहां बंगाल पुलिस की 10 दिन की कस्टडी में HC में ED ने कहा- 'शाहजहां को हमारे हवाले करें'

कोलकाता, हि.स.। संदेशखाली मामले का मुख्य आरोपित तृणमूल नेता शेख शाहजहां गिरफ्तार हो गया है। पुलिस ने उसे अपनी हिरासत में लेने के लिए बसीरहाट कोर्ट में आवेदन किया है। इधर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पुलिस हिरासत के खिलाफ कलकत्ता हाई कोर्ट का रुख किया है। शेख शाहजहां पर कुल 42 मुकदमें दर्ज हैं।

ईडी ने की शेख शाहजहां को सौंपने का मांग

ईडी के अधिवक्ता ने हाई कोर्ट में याचिका लगाकर कहा है कि पुलिस हिरासत में शेख शाहजहां के रहने से कोई फायदा होने वाला नहीं है। जितने साक्ष्य है सारे बर्बाद हो जायेंगे। ईडी ने कहा कि फिलहाल वह 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया है जो ठीक नहीं है। इससे राशन भ्रष्टाचार के मामले में मौजूद सारे साक्ष्य नष्ट होंगे। शाहजहां को हमारे हवाले करें। उल्लेखनीय है कि बुधवार रात को शेख शाहजहां को पुलिस ने मीनाखां से गिरफ्तार किया है। कोर्ट ने फिलहाल इस पर कोई फैसला नहीं सुनाया है।

ममता सरकार के संरक्षण में था शेख शाहजहां- BJP

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के उत्पीड़न में आरोपित गिरफ्तार टीएमसी नेता शाहजहां शेख पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी से पहले वह ममता सरकार के संरक्षण में एक सुरक्षित घर में थे। अब उन्हें ईडी और सीबीआई की गिरफ्तारी से बचने के लिए पश्चिम बंगाल के 'मेहमान-नवाज़ी' के तहत रखा गया है।

शाहजहां शेख ममता सरकार की दामन-ए-रहमत में महफूज

भाजपा सांसद और प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने आज कहा कि शेख शाहजहां शेख महफूज ठिकाने पर ममता सरकार की दामन-ए-रहमत में महफूज था। अब उसे दोबारा हिफाजत देने के लिए ताकि उसे ईडी और सीबीआई द्वारा गिरफ्तार न किया जा सके, इसलिए पश्चिम बंगाल पुलिस की मेहमाननवाजी में चला गया है। मेहमाननवाजी इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि गिरफ्तारी के दौरान शाहजहां शेख की जो बॉडी लैंग्वेज थी, वह किसी गुनहगार की नहीं लग रही थी। एजेंसियों की 56 दिनों की तलाश के बाद आखिरकार शाहजहां शेख को गिरफ्तार कर लिया गया है।

ममता बनर्जी ने पहले सदन में शेख शाहजहां का किया बचाव

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि शेख शाहजहां की गिरफ़्तारी के समय उसकी शारीरिक भाषा का विश्लेषण करें और ध्यान दें कि वह कितनी निडरता से चल रहा था। सवाल उठता है कि क्या किसी जघन्य अपराध का आरोपित इस तरह चलने की हिम्मत करेगा? ममता बनर्जी ने पहले सदन में उनका बचाव किया और अब उन्हें पुलिस सुरक्षा प्राप्त है। उन्होंने मीडिया को जो विक्ट्री साइन दिखाया, उसका मतलब क्या था?

TMC के साथ DMK पर भी बोला हमला

उन्होंने कहा कि चिंता की बात यह है कि उनकी गिरफ्तारी वारंट में महिलाओं के खिलाफ अपराध का कोई जिक्र नहीं किया गया है। यह भी स्पष्ट है कि बंगाल सरकार के रुख का संदेशखाली की घटनाओं से कोई संबंध नहीं है। अगर उन्हें ईडी से जुड़े मामलों में गिरफ्तार किया गया है तो बंगाल सरकार उन्हें ईडी को क्यों नहीं सौंपती? डीएमके पर हमला बोलते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि डीएमके वह सरकार, जिसके नेताओं ने एक सम्मेलन आयोजित किया और 'सनातन धर्म के उन्मूलन' के बारे में बात की, अब हमारे रॉकेट पर चीन के झंडे के साथ एक विज्ञापन का उपयोग करके भारत की उपलब्धियों को कम कर रही है। डीएमके नेताओं ने न तो इसकी निंदा की है और न ही लोगों से माफ़ी मांगी है।

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