Darshan Singh
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पंजाब

Farmer Protest: किसान आंदोलन में खनौरी बॉर्डर पर हुई एक और किसान की मौत, परिवार पर छोड़ गए 8 लाख रुपये का कर्ज

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। किसान देश के अन्नदाता होते हैं, उनके साथ किसी भी तरह की ज्यादती ठीक नहीं है। वहीं सरकार पर भी देश की जिम्मेदारी होती है। चाहे सरकार और किसान नेताओं की मंशा किसानों के लिए साफ हो, लेकिन दोनों की वार्ता के बीच अंतर का खामियाजा किसान को क्यों भुगतना पड़े?

अब तक 5 किसानो की मौत हो चुकी है

किसान आंदोलन के बीच खनौरी बॉर्डर से एक और किसान की मौत होने की खबर सामने आ रही है। किसान का नाम दर्शन सिंह बताया जा रहा है। जिनकी उम्र 62 साल थी। किसानों के 13 फरवरी के दिल्ली चलो मार्च की घोषणा के बाद अबतक 5 किसानो की मौत हो चुकी है, जो कि बहुत ही दुखद है।

पंजाब के बठिंडा जिले के अमरगढ़ गांव से थे दर्शन सिंह

दर्शन सिंह खनौरी बॉर्डर पर किसानों के साथ 13 फरवरी से ही प्रदर्शन कर रहे थे। वह पंजाब के बठिंडा जिले के अमरगढ़ गांव से थे। उनके परिवार के पास 8 एकड़ के करीब जमीन है। बताया जा रहा कि एक महीने पहले ही दर्शन सिंह ने अपने बेटे की शादी की थी, उनके ऊपर 8 लाख का कर्ज था। जिसको चुकाने की जिम्मेदारी अब उनके परिवार पर आ गयी है।

परिजनों में दुःख का पहाड़ टूट पड़ा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दर्शन सिंह की 22 फरवरी की रात तबियत खराब हो गयी थी। उन्हें अस्तपताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनके परिवार के अनुसार दर्शन सिंह प्रदर्शन स्थल पर रात 11 बेहोश हो गए थे। उन्हें तुरंत पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लेकर गए, जहां से उन्हें डॉक्टरों ने हायर इंस्टीट्यूट रेफर कर दिया। वहां से उन्हें पटियाला के सरकारी राजेंद्र अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजनों में दुःख का पहाड़ टूट पड़ा। दर्शन सिंह अपने पीछे अपनी पत्नी परमजीत कौर, एक बेटी और 24 साल का बेटा और बहु को छोड़ गए हैं।

अन्य मृत किसानो के परिवार के लिए भी पंजाब सरकार की आर्थिक मदद की उम्मीद

वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री ने किसान आंदोलन में एक युवा किसान शुभकरन सिंह की मौत के बाद उनके परिवार के लिए बड़ी आर्थिक मदद का ऐलान किया है जिसमे उन्होने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा "खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए शुभकरन सिंह के परिवार को पंजाब सरकार की ओर से 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और उनकी छोटी बहन को सरकारी नौकरी दी जाएगी.. दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी ..फर्ज निभा रहे हैं।" इस ऐलान के बाद उम्मीद की जा रही है कि पंजाब सरकार अन्य मृत किसानो के परिवार को भी आर्थिक मदद देगी।

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