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महाराष्ट्र

Maharashtra Political Crisis: विपक्षी एकता को बड़ा झटका, महाराष्ट्र के बाद अब यूपी-बिहार में मची खलबली

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क।  महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला। शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में भी अब शिवसेना की तरह दो अलग-अलग धड़ बन चुके हैं। शरद पवार के भतीजे अजित पवार (Ajit Pawar) ने रविवार को महाराष्ट्र के शिंदे-बीजेपी सरकार से हाथ मिला लिया और खुद को एनडीए में डिप्टी सीएम की कुर्सी पर काबिज कर लिया। और अपने साथ मौजूद करीबी विधायकों को मंत्रीपद दिला दिया। महाराष्ट्र का यह संकट अब यूपी-बिहार समेत कई राज्यों में देखने को मिल सकता है, एसे कयास लगाए जा रहें है।

यूपी-बिहार में भी बगावत के आसार

महाराष्ट्र में हुए इस सियासी घटना क्रम के बाद अब यूपी-बिहार समेत कई राज्यों में हलचल तेज हो गई है। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि जल्द ही यूपी और बिहार से कई विपक्षी दल एनडीए में शामिल हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को बड़ा झटका लग सकता है।

बिहार में उलटफेर के संकेत

महाराष्ट्र में हुई उथलपुथल के बाद अब बिहार में टूट की खबरों ने तूल पकड लिया है। सोमवार को लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सुप्रीमो चिराग पासवान ने दावा किया कि जल्द ही महागठबंधन की सरकार टूट सकती है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी (JDU) के कई विधायक और सांसद NDA के संपर्क में है। चिराग पासवान ने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री अपने विधायक और सांसदों से मुलाकात कर रहे हैं, उससे यह स्पष्ट है कि उन्हें उनकी पार्टी टूटने का डर है।

JDU में विद्रोह की स्थिति: सुशील मोदी

बिहार से सांसद सुशील मोदी ने कहा बिहार में भी बगावत की स्थिति बन रही है क्योंकि नीतीश कुमार ने पिछले 17 सालों में कभी भी विधायकों और सांसदों को मिलने का समय नहीं दिया। लोगों को साल भर इंतजार करना पड़ता था। अब वो प्रत्येक विधायक और सांसद को 30 मिनट दे रहे हैं। जब से नीतीश कुमार ने राहुल गांधी को अगली लड़ाई के लिए नेता स्वीकार कर लिया और तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी बना दिया तभी से जनता दल में विद्रोह की स्थिति है।

उत्तर प्रदेश में भी बड़े उलटफेर के संकेत

सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा महाराष्ट्र ही नहीं उत्तर प्रदेश में भी बड़ी हेरफेर होने वाली है। समाजवादी के कई विधायक और सांसद दल छोड़कर कुछ सरकार के विस्तार में शामिल होना चाहते हैं, तो कुछ हैं जो लोकसभा का टिकट चाहते हैं वे दिल्ली तक अपना जुगाड़ बिठा रहे हैं। वे अखिलेश यादव के रवैये से नाराज़ हैं। इसी लखनऊ में मुस्लिम चार खेमें में बट गए हैं, अब मुसलमान भाजपा को भी वोट दे रहे हैं, मायावती के भी साथ हैं। आप जब नौकरी बांटेगे तब मुस्लिम को नहीं देंगे। इस बात को लेकर हर वर्ग नाराज़ है। कांग्रेस भी चाह रही है कि मायावती को मोर्चे में लिया जाए।

ये दो नेता छोड़ चुके हैं नीतीश का साथ

बीते दिनों ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे हम (HAM) के अध्यक्ष संतोष सुमन ने अचानक बिहार सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद जीतन राम मांझी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करके एनडीए में शामिल होने का एलान कर दिया। बिहार की बात करें तो अभी एनडीए के साथ लोक जनशक्ति पार्टी के पशुपति पारस वाला गुट और जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' है। इसके अलावा आरएलजेडी के उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान की लोजपा (आर) और विकासशील इंसान पार्टी का साथ भी एनडीए को मिल सकता है।

जयंत चौधरी भी एनडीए में तलाश रहे संभावना

इन साभी के साथ केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने दावा किया है कि पश्चिमी यूपी में सपा को मजबूत बनाने वाले जयंत चौधरी भी एनडीए में शामिल होने का प्रयास कर रहें हैं। आपको बता दें 23 जून को पटना में हुई विपक्ष की बैठक में जयंत को शामिल नहीं किया गया था। दावा किया जा रहा है कि पिछले कुछ वर्षों में जयंत की पार्टी का प्रदर्शन भी काफी अच्छा नहीं रहा है। ऐसे में जयंत अपनी पार्टी के भविष्य की संभावनाएं तलाश रहे हैं।