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नई-दिल्ली

Maratha Reservation: मुंबई पुलिस ने मनोज जारांगे की आजाद मैदान में होने वाली भूख हड़ताल को नहीं दी अनुमति

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। गणतंत्र दिवस के दिन जहां एक ओर देश में देश भक्ति का माहौल में लीन होंगे तो वहीं मुंबई में मराठी क्रांति मोर्चा के अध्यक्ष और समाज सेवक मनोज जारांगे मुंबई के आजाद मैदान में आमरण भूख हड़ताल पर बैठेंगे। इस बात की सूचना उन्होंने मुंंबई पुलिस को पत्र लिखकर दी। मुंबई पुलिस ने इस बात पर चिंता जताई है। क्योंकि आजाद मैदान में 5-6 हजार लोगों के रहने की क्षमता है। मनोज जारांगे के नेतृत्व में 1 लाख से अधिक लोगों के आने की आशंका है।

मुंंबई पुलिस के लिए यह एक बहुत बड़ी समस्या

मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है प्रतिदिन यहां लाखों की संख्या में लोग अपने काम के चलते आवाजाही करते हैं। ऐसे में अगर इतनी भारी संख्या में लोग प्रदर्शन पर बैठेंगे तो शहर में ट्रैफिक कंट्रोल करना असंभव हो जाएगा। आजाद मैदान मुंबई में सबसे अधिक आबादी वाले इलाके में आता है जो कि छत्रपति शिवाजी टर्मिनल के पास है। छत्रपति शिवाजी टर्मिनल पुरी दुनिया का सबसे अधिक व्यस्त रेलवे स्टेशन है। ऐसे में मुंंबई पुलिस के लिए यह एक बहुत बड़ी समस्या है। मुंबई पुलिस ने मनोज जारांगे को इंटरनेशनल कोर्पोरेट ग्राउंड सेक्टर 29 खारगर, नवी मुंबई में अनशन करने की अनुमति दी है। लेकिन मनोज जारांगे और उनके समर्थक इस बात से सहमत नहीं हुए हैं।

मनोज जारांगे ने भूख हड़ताल की घोषणा की

मनोज जारांगे ने आमरण भूख हड़ताल की घोषणा की है उन्होंने कहा है जब तक उनकी आरक्षण की मांग पूरी नहीं होगी। तब तक वह भूख हड़ताल से नहीं हटेंगे। एकनाथ शिंदे की सरकार ने मनोज जारांगे की मांग मराठा समुदाय को ओबीसी का दर्जा देने के लिए तैयार है। साथ ही 33% कोटा देने के लिए भी तैयार है। शिंदे सरकार ने मनोज जारांगे को इस बात का भरोसा दिलाया है कि वह उनकी सभी मांगे पूरी करेंगे और इस पर अभी सर्वे चल रहा है।

इससे पहले सीएम और डिप्टी सीएम कर चुके हैं मनोज जारांगे से मुलाकात

नवंबर 2023 में महाराष्ट्र के कई इलाकों में मनोज जारांगे और उनके समर्थको की पुलिस के साथ झड़प हुई थी। जिसमें सरकारी संपत्तियों को भारी नुकसान हुआ था। उस समय डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मनोज जारांगे से मुलाकात कर उनकी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया था। साथ ही प्रदेश में दंगे बंद करने की अपील की थी।

मुंबई पुलिस को इस बात की आशंका है कि इतनी संख्या में भीड़ अगर मुंबई शहर पहुंची और प्रदर्शनकारी अगर हिंसक हो गए तो इसका असर आम लोगों की जिंदगी पर पड़ेगा।

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