नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर संसदीय सीट पर लोकसभा का मुकाबला कड़ा हो गया है। एक ओर भाजपा ने तीसरी बार इस सीट से डॉ महेश शर्मा को टिकट दिया है तो वहीं सपा और बसपा ने भी अपने उम्मीदवारों को उतार दिया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे इस क्षेत्र में सपा का अबतक खाता नहीं खुला है।
गौतमबुद्ध नगर के दो रुप
गौतमबुद्ध नगर को उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी माना जाता है। ये प्रदेश का सबसे विकासशील और मज़बूत संसदीय क्षेत्र है। भाजपा के मंचों पर जेवर अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट और लगातार हो रहे पूंजी निवेश की बातें सुनाई पड़ती हैं तो विपक्ष के पास समस्याओं के हथियार हैं। यहां देश-विदेशों की बड़ी-बड़ी कंपनियों के ऑफीस हैं। गौतमबुद्ध नगर संसदीय क्षेत्र दो भागों में बंटा है एक है गौतमबुद्ध नगर जिसे नोएडा भी कहा जाता है दूसरा है दादरी। नोएडा की चकाचौंध देखकर लोग इतने खो जाते हैं मानो जैसे दूसरे देश आ गए हों। वहीं दूसरी ओर, दादरी इसके बिल्कुल विपरीत है। दादरी में अभी भी विकास का अभाव है। सामान्य सुविधाओं के लिए जनता को नोएडा या फिर दिल्ली आना पड़ता है। दादरी क्षेत्र की बात करें तो वहां एक ढंग का अस्पताल तो दूर, एक ढंग का सरकारी स्कूल तक नहीं है। सबसे बड़ी समस्या यहां किसानों के मुद्दे की है। ये स्थिति है दादरी की।
किस पार्टी ने किसको दिया टिकट?
लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान सफलतापूर्वत खत्म हुआ। देश में 6 चरणों के चुनाव होने अभी बाकी हैं। गौतमबुद्ध नगर संसदीय सीट से भाजपा की ओर से डॉ महेश शर्मा को पार्टी ने एक बार फिर टिकट दिया है। डॉ साहब इस बार हैट्रिक की तैयारी में लगे हैं। गौतमबुद्ध नगर मायावती की गृहभूमि है। इसलिए बसपा को पूरी उम्मीद है कि बसपा के उम्मीदवार राजेंद्र सोलंकी को टिकट थमाया है तो वहीं सपा से महेंद्र नागर रणभूमि में उतरने के लिए तैयार हैं।
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