Vastu Tips of Tulsi
Vastu Tips of Tulsi www.raftaar.in
वास्तु शास्त्र

Vastu Tips: तुलसी की पूजा करते समय भूलकर भी न करें ये काम, आर्थिक स्थिति हो जाएगी खराब

नई दिल्ली रफ्तार डेस्क। 19 April 2024। वास्तु शास्त्र के मुताबिक जिस घर के आंगन में तुलसी का पौधा होता है उसे घर में सदैव बरकत होती है। तुलसी में माता लक्ष्मी का स्वरूप पाया जाता है इसलिए हमेशा उनकी पूजा अर्चना करनी चाहिए। लेकिन वास्तु के अनुसार एकादशी और रविवार के दिन तुलसी के पेड़ को हाथ भी नहीं लगना चाहिए।

एकादशी के दिन न करें तुलसी की पूजा

एकादशी के ना तो तुलसी के पत्ते तोड़ने चाहिए ना इस दिन तुलसी में जल चढ़ाना चाहिए। इसका कारण ये है कि देवउठानी एकादशी के दिन माता तुलसी का विवाह भगवान शालिग्राम के साथ कराई जाती हैं। ऐसे में मान्यता ये है कि देवी तुलसी हर एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु के लिए निर्जल व्रत करती हैं, इसलिए एकादशी के दिन भी तुलसी में जल अर्पित करने व उनके पत्ते तोड़ने की मनाही है। इसके साथ ही रविवार को भी यही नियम लागू होता है। अगर आप ऐसा करते हैं तो तुलसी माता के साथ-साथ विष्णु भगवान भी आप पर क्रोधित होते हैं।

भूलकर भी इस समय ना तोड़े तुलसी के पत्ते

रविवार और एकादशी के साथ ही आपको तुलसी का पौधा सूर्यास्त के बाद भी नहीं तोड़ना चाहिए। पैसा करने से आपके घर की आर्थिक स्थिति में प्रभाव पड़ता है।

तुलसी लगाने की सही दिशा

तुलसी का पौधा हमेशा उत्तर या उत्तरपूर्व दिशा में लगाना चाहिए। इस दिशा में पौधा लगाने से घर में नकारात्मकता दूर होती है और घर में माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

तुलसी के कुछ खास नियम

वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी के पौधे के पास कभी भी कांटेदार पौधे नहीं रखना चाहिए। इसके अलावा आप चाहे तो केला का पेड़ लगा सकते हैं। तुलसी के पौधे के पास शिवलिंग बिल्कुल भी न रखें। ऐसा करने से वास्तु दोष होता है।

अन्य ख़बरों के लिए क्लिक करें - www.raftaar.in

डिसक्लेमर

इस लेख में प्रस्तुत किया गया अंश किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की पूरी सटीकता या विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं करता। यह जानकारियां विभिन्न स्रोतों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/प्रामाणिकताओं/धार्मिक प्रतिष्ठानों/धर्मग्रंथों से संग्रहित की गई हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य सिर्फ सूचना प्रस्तुत करना है, और उपयोगकर्ता को इसे सूचना के रूप में ही समझना चाहिए। इसके अतिरिक्त, इसका कोई भी उपयोग करने की जिम्मेदारी सिर्फ उपयोगकर्ता की होगी।