रत्न

Shani Ratan: शनि के प्रकोप से चाहते हैं बचना, तो आज ही धारण करें ये खास रत्न, मिलेगा अद्भूत लाभ

नई दिल्ली,रफ्तार डेस्क। रत्न शास्त्र में रत्नों के बारे में विशेष उल्लेख किया गया है। रत्न को हमेशा ज्योतिष सलाह से ही धारण करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक ग्रह की स्थिति का प्रत्येक राशि के जातकों के जीवन पर अच्छा या बुरा प्रभाव पड़ता है। इसी कारण से प्रत्येक ग्रह की स्थिति को मजबूत करने के लिए विभिन्न उपाय किए गए हैं। इसके अलावा रत्न विज्ञान के अनुसार प्रत्येक ग्रह का अपना एक रत्न होता है। जैसे सूरज का माणिक, चाँद का मोती। इसी प्रकार शनि का रत्न नीलम माना जाता है। नीलम रत्न धारण करने से शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा के दुष्प्रभाव बहुत कम हो जाते हैं। साथ ही कुंडली में शनि की स्थिति भी मजबूत होगी।

नीलम रत्न के लाभ

  • यदि आपकी कुंडली में शनि की महादशा चल रही है और आप साढ़े सात साल से संघर्ष कर रहे हैं तो नीलम पहनने से अच्छे परिणाम मिलेंगे। कृपया ज्योतिषीय सलाह का प्रयोग करें।

  • नीलम धारण करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है, सभी व्यवसायिक एवं व्यवसायिक समस्याओं का समाधान होता है तथा उन्नति ही उन्नति होती है।

  • नीलम एक ऐसा रत्न है जो इंसान को आम इंसान से राजा बना देता है। इस रत्न का संबंध शनि ग्रह से है। रत्न विज्ञान में इसे बहुत प्रभावशाली माना जाता है। बिना सलाह के नीला नीलम नहीं पहनना चाहिए।

  • रत्नशास्त्र के अनुसार नीलम धारण करने से पहले हम कई उपाय कर सकते हैं कि यह शुभ फल देगा या अशुभ। इस कारण से, इसे पहनने से पहले सोते समय इसे तकिये के नीचे छोड़ने की सलाह दी जाती है। अगर आपको अच्छी नींद आती है तो समझ लें कि यह शुभ और उपजाऊ है, लेकिन अगर आपको बुरे सपने आते हैं और चिंता होती है तो इसे पहनना प्रतिकूल हो सकता है।