नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क | पैसे कमाना एक अच्छी ज़िन्दगी की गारंटी नहीं है। जब पैसे आ रहे हों तो उसका सही इस्तेमाल करना और उसे आड़े वक्त के लिए बचाना ज़रूरी है। सही फाइनेंशियल प्लानिंग से कम सैलरी में भी बेहतर ज़िन्दगी जी जा सकती है। खासकर महिलाओं के लिए अच्छी फाइनेंशियल बेहद ज़रूरी है, क्योंकि ज्यादातर परिवारों में अभी भी महिलाओं को ही सबकुछ मैनेज करना पड़ता है। वहीं, कुछ महिलाओं को करियर ब्रेक लेना पड़ता है, उनके लिए ज़रूरी है कि वो अपना फायनेंस सही से मैनेज करें।
वित्तीय लक्ष्य पर देना होगा ध्यानः प्लानिंग से पहले ज़रूरी है कि आप अपने फाइनेंशियल गोल सेट करें। रिटायरमेंट के लिए गोल, बच्चों की पढ़ाई के लिए गोल और उस हिसाब से अपनी प्लानिंग शुरू करें।
रिटायरमेंट के लिए बनाएं प्लान: आमतौर पर लोगों को ये निश्चिंतता होती है कि नौकरी लगने तक तो वो आराम से रह लेंगे। लेकिन रिटायरमेंट के बाद क्या? जब सैलरी नहीं आएगी तब आप क्या करेंगे, इसकी प्लानिंग होनी ज़रूरी है। इसलिए हर महीने अपनी सैलरी से कुछ हिस्सा सेव करें, बेहतर होगा कि किसी रिटायरमेंट फंड में इनवेस्ट करें। इसमें आपको अच्छा रिटर्न भी मिलेगा।
इमरजेंसी फंड होता है जरुरी: करियर के किसी भी मोड़ पर आपके पास इमरजेंसी फंड होना ज़रूरी है। ये फंड आपके इनवेस्टमेंट्स और दूसरी सेविंग्स से अलग होगा। कोशिश करें कि इस फंड में धीरे-धीरे करके आप उतने पैसे जमा कर लें जितने से आपके छह महीने का खर्च निकल सके।
म्यूचुअल फंड्स हैं सही ऑप्शन
अगर आप ज्यादा रिस्क लिए बिना पैसे बनाना चाहती हैं तो म्यूचुअल फंड्स में पैसे लगा सकती हैं। म्यूचुअल फंड्स एक डीसेंट रिटर्न देने के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, इन फंड्स में इनवेस्ट करने से पहले ज़रूरी है कि आप किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह लें।
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