
नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: करवा चौथ का त्योहार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। करवा चौथ का व्रत खासतौर पर सुहागिन महिलाओं द्वारा किया जाता है इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने पति की लंबी आयु के लिए कामना करती हैं। इस दिन महिलाओं द्वारा पूरे विधि विधान से पूजा की जाती है। और शाम को समय चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता ह। इसके बाद सुहागिन महिलाएं अपने पति के हाथों पानी पीकर निर्जला व्रत को तोड़ती हैं।आईए जानते है कि इस वर्ष करवाचौथ कब है और शुभ मुहूर्त क्या है साथ ही चंद्रमा निकलने का समय क्या है।
करवाचौथ को करक चतुर्थी भी कहा जाता है। करवा या करक मिट्टी का वह पात्र यानी बर्तन होता है। जिसमें चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है। पूजन में करवा बहुत महत्वपूर्ण होता है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से पति की लंबी आयु की प्राप्त होती है। और दांपत्य जीवन खुशहाल होता है।
करवाचौथ आगामी 1 नवंबर 2023 को मनाया जायेगा।चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर को रात 9 बजकर 30 मिनट पर प्रारंभ होगी और 1 नवंबर रात 9 बजकर 19 पर समाप्त होगी। उदया तिथि माननीय के अनुसार करवाचौथ व्रत 1 नवंबर 2023 को रखा गया है। करवाचौथ पूजा मुहूर्त 1 नवंबर को शाम 5 बजकर 36 मिनट से प्रारंभ होगी और शाम 6 बजकर 54 मिनट तक रहेगी पूजन की कुल अवधि 1 घंटा 18 मिनट की होगी।
व्रत राज के अनुसार करवाचौथ पूजा करने का सबसे अच्छा समय संध्या समय होता है। जो सूर्यास्त के बाद होता है। करवाचौथ का व्रत का शुभ समय 1 नवंबर को सुबह 6 बजकर 33 मिनट से शाम 8 बजकर 15 तक है।करवाचौथ हर राज्य और शहर में अलग-अलग समय पर निकलता है। वहीं सामान्य तौर पर चंद्रमा निकलने का समय 8 बजकर 15 मिनट है।