नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क: सनातन धर्म में हिंदू धर्म को बहुत ही महत्व माना गया है। तभी हिंदू धर्म में जब भी कोई शुभ कार्य किया जाता है। तो हर काम वास्तु शास्त्र के अनुसार ही किया जाता है। जैसे किसी भी कार्य को करने से पहले हम ऐसा दिन पता लगाकर उसका शुभ कार्य करते हैं। इसी तरह सुहागन औरतों के लिए वास्तु शास्त्र में बहुत से ऐसे अनगिनत बातें कही गई हैं। जिन्हें उनका पालन करना बहुत जरूरी होता है। यदि वह इस पालन को नहीं करती तो उनके साथ कुछ दुष्परिणाम होते हैं । ऐसे में आईए जानते है। कि सुहागिन महिलाओं को यह पांच काम तो बिल्कुल भी नहीं करने चाहिए।
सुहागिन महिलाओं को कभी भी शादी विवाह फंक्शन आदि में सफेद रंग के साड़ी बिल्कुल भी नहीं पहननी चाहिए। यह हमारे सनातन धर्म में वर्जित है। क्योंकि सफेद साड़ी पहनने से महिलाओं की पवित्रता और धर्म नष्ट हो जाता है। और उससे पत्नी के जीवन में नकारात्मक ऊर्जा फैलती है। साथ ही पति-पत्नी के रिश्ते टूटने की कगार पर आ जाते हैं। क्योंकि सफेद साड़ी सिर्फ विधवा महिलाएं ही पहन सकती है।
यदि आप टूटे हुए मंगलसूत्र को पहनते हैं तो आप गलत कर रहे है। ये अशुभ है। उसे कभी भी नहीं पहनना चाहिए। क्योंकि हिंदू धर्म के साथ के अनुसार टूटे हुए मंगलसूत्र पहनने से अनहोनी होने के चांसेस हो जाते हैं। यह सुहाग की निशानी होती है और इस पर सुहाग पर भी खतरा मंडराने लगता है।
मंगलवार और शनिवार के दिन सुहागन महिलाओं को चूड़ियां नहीं खरीदनी चाहिए। क्योंकि इस दिन चूड़ियां खरीदने से अशुभ माना जाता है। यदि कोई सुहागिन महिला ऐसा करती है तो उनके पति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
अक्सर कई बार देखा गया है कि महिलाएं पैसे बचाने के लिए किसी दूसरे के पैसे से अपने श्रृंगार का सामान खरीद खरीद लेती है। जैसे चूड़ी सिंदूर मंगलसूत्र बिछिया बिंदी आदि लेकिन उन्हें ऐसा करने से बचना चाहिए। क्योंकि वह शास्त्रों में कहा गया है कि किसी दूसरे के पैसे से श्रृंगार का सामान खरीदना अशुभ माना जाता है। इससे पति बुरा पर प्रभाव पड़ता है। आपका पति आपका नहीं हो पाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार सुहागन औरतों को काले रंग की चूड़ियां कभी भी नहीं पहननी चाहिए। क्योंकि काले रंग चूड़ियां पहनने से सुहागन और शनि देव प्रकोप का सामना करना पड़ता है और उनका जीवन खराब हो जाता है। यही नहीं उनके घर से इससे नकारात्मक ऊर्जा आती है। और बच्चों पर बुरा असर पड़ता है।
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