
नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: नवजात शिशु की देखभाल करना हर मां की सबसे पहली जिम्मेदारी वा खुशी दोनों होती है। शिशु के पैदा होने के बाद उसकी सेहत की सभी बातों का ख्याल रखना जरूरी होता है। कभी-कभी उनके जननांगों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। कई बार नवजात शिशु को हम सिर से लेकर पैर तक नहला तो देते हैं और अच्छी तरह सफाई भी कर देते हैं लेकिन इस बीच उसके प्राइवेट पार्ट्स की सफाई पर ध्यान बिल्कुल नहीं जाता। जिसकी वजह से वहां गंदगी जमा हो जाती है। यही गंदगी धीरे-धीरे इन्फेक्शन का रूप ले लेती है। जिसकी वजह से परेशानियां बढ़ने लगती है। ऐसे में हर मां को अपने नवजात शिशु के बच्चे के प्राइवेट पार्ट को साफ करने पर ध्यान जरूर देना चाहिए। ऐसा इसलिए करना चाहिए। क्योंकि बच्चे के प्राइवेट पार्ट बहुत कोमल होते हैं और हल्का सा इन्फेक्शन वह संभाल नहीं पा सकते। इसलिए प्राइवेट पार्ट के इंफेक्शन से बचने के लिए नियमित तौर पर सफाई करना बहुत जरूरी है।
बच्चों के प्राइवेट पार्ट की बाहरी स्किन को पानी से धोएं। सफाई के लिए अश्वगंधित वेब वाइब्स का इस्तेमाल करना चाहिए। और हलके हाथों से सफाई करनी चाहिए। ताकि उन्हें किसी प्रकार का नुकसान ना पहुंचे।
बच्चों के प्राइवेट पार्ट को आप जब भी साफ करें तो किसी मुलायम कपड़े या तौलिए की मदद से इसकी सफाई करें। अगर आप पानी में सौम्य बेबी क्लींजर मिलाकर बच्चों को नहलाती हैं तो यह भी अच्छी बात है। बच्चे को नैपी पहनाते और नहलाते समय उसके प्राइवेट पार्ट को पहले अच्छे से साफ करें। उसके बाद ही उसे पहनायें । यह उसे इंफेक्शन से बचाएगा।
नवजात शिशु के प्राइवेट पार्ट को गुनगुने पानी के साथ साफ करना ठीक रहता है। इससे वहां की गंदगी भी अच्छे से साफ हो जाती है। खासकर सर्दियों के मौसम में नहलाते समय गुनगुना पानी का इस्तेमाल अच्छा माना जाता है। ध्यान रहे की पानी ज्यादा अधिक गर्म ना हो वरना स्किन भी जल सकती है।
शिशु के प्राइवेट पार्ट की सफाई करते समय साबुन का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि साबुन में कई तरह के केमिकल होते हैं और प्राइवेट पार्ट काफी नरम और मुलायम होता है ऐसे में जलने और इन्फेक्शन होने के खतरा बढ़ जाएगा।
बच्चों को नहलाने के बाद हमेशा साफ धुले हुए कपड़े ही पहनाने चाहिए। साथ ही अच्छी क्वालिटी का डायपर भी पहनना चाहिए। अगर बच्चे ने पेशाब कर दिया है तो डायपर को तुरंत बदलें उसे अधिक गीला होने का इंतजार ना करें वरना इंफेक्शन बढ़ सकता है।