नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क| यह बात हमको अकसर बताया जाता है, कि व्यायाम करने के बाद हमेशा चुस्त और फुर्तीले रहना चाहिए। वहीं, हमको शारीरिक व्यायाम के अलावा मानसिक व्यायाम की जरुरत भी रहती है। माना जाता है, कि कुछ समय से युवतियां कमजोर याद्दाश्त से परेशान हैं। वहीं, अगर उनसे कोई कुछ पूछता है तो जवाब देने में हिचकिचाती हैं क्योंकि उनको कुछ भी याद नहीं है।
इसकी एक वजह ये भी है, कि आप उन सवालों के टच में नहीं हैं। दूसरा, आपने अपना दिमाग गृहस्थी के कार्य और टीवी देखने में लगा दिया है। शेष कुछ समय में रिश्तेदारी के साथ ही काॅलोनी की अंदरूनी बातों को समझाना शुरु किया। वैज्ञानिकों के अनुसार, दिमाग का जितना इस्मतेमाल किया जाता है, उतना ही वो सक्रिया होता है। आइये जान लेते हैं कुछ टिप्स जो आपको स्मार्ट बनाने में मदद करेगी।
अगर आप जाॅब नहीं कर रहे हैं, तो आपके पास बहुत सारा समय है। ऐसे में, आप फुरसत के समय बच्चों की किताब देख सकते हैं और उन्हें आसान भाषा में समझा सकती हैं।
अगर आपका माध्यम हिन्दी है या फिर आपकी अंग्रेजी कमजोर है तो आप अंग्रेजी को मजबूत कर सकती हैं। एक उम्र होने के बाद आपकी समझने की शक्ति बढ़ना शुरु हो जाती है। विद्यार्थी जीवन में जो पढ़ाई को आप कठिन समझते थे, उसको आप समझने का प्रयास कर सकते हैं।
आपको समाचार पत्र या फिर पत्रिकाएं नियमित तौर पर पढ़ना चाहिए। एक सर्वे के मुताबिक पुस्तक पढ़ने वालों को आईक्यू टीवी देखने वालों से ज्यादा होता है। क्योंकि पढ़ने से दिमाग का व्यायाम भी होने लगता है।
अगर आप लिखने का शौक रखते हैं तो पत्रिकाओं में छपे हुए आर्टिकल की प्रतिक्रियाएं को अपने अनुसार लिख सकते हैं। ये भी दिमागी व्यायाम का आसान तरीका है।
अगर आप खाना बनाती है, तो आपको लंबी प्रक्रिया के साथ अपनी बुद्धि से कम समय में पौष्टिकता के साथ बनाना जरुरी है।
कुछ नए कार्यों एवं उपकरणों को सीखना जरुरी है जैसे कम्प्यूटर चलाना, इंटरनेट पर सर्फिंग करना, बैंक तथा बाजार के आवश्यक कार्यों को समझना, ड्राइंग-पेंटिंग जैसे रुचिपूर्ण कार्यों को करना अहम है।
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