नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। खुशी और ग़म दो ऐसी फीलिंग्स हैं जिन पर हमारा बस ही नहीं चलता। अक्सर हमें अपनी खुशियों और गम की वजहें मालूम होती हैं। पर कई बार उदासी हमें घेरे रखती है, हम वजह समझ भी नहीं पाते लेकिन उदास रहते हैं।
बिना वजह के उदास रहने के चलते डिप्रेशन के शुरुआती लक्षणों में शामिल रह सकता है। ऐसे में आपका किसी भी काम में मन नहीं लग रहा है। तब वे बेवजह परेशान और उदास होना शुरू हो जाते हैं। अगर यह दिक्कत ज्यादा रहती है तो ये गंभीर मानसिक दिक्कत बन सकती है।
रिप्रोडक्टिव हार्मन्स में बदलाव आते हैं आपको उदासी का एहसास होने लगता है। यह दिक्कत बहुत महिलाओं में होती है। पीरियड्स शुरू होने के पहले या प्रेग्नेंसी के बाद हो जाती है।
मौसम में बदलाव आने पर भी आपको मूड स्विंग्स हो सकते हैं। यह समस्या अधिकतर सभी लोगों के साथ हो सकती है। दरअसल, मौसम में बदलाव आने पर शरीर पर भी असर पड़ता है। इसके कारण हमारे लाइफस्टाइल में भी बदलाव आता है, जो बे-वजह उदास रहने, मूड बदलने का कारण भी बन सकता है।
कई बार हम कुछ ऐसी परिस्थितियों से गुजर रहे होते हैं, जिनका समाधान हमारे पास भी नहीं होता है। ऐसे में हम न चाहते हुए भी उन चीजों के बारे में बहुत ज्यादा सोचने लगते हैं और अंदर ही अंदर परेशान होने लगते हैं। इनका कारण काम का तनाव, किसी करीबी का बीमार होना, रिश्ते से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।
आपको इससे बाहर निकलने के लिए खुद को थोड़ा ब्रेक देने की जरूरत हो सकती है। थोड़ा समय अपने करीबियों के साथ बिताएं। इससे आपको इस समस्या से बाहर निकलने में जल्द मदद मिल सकती है।
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