कहते हैं, बच्चे के जन्म के बाद उसकी सबसे पहले गुरु उसकी मां ही होती है। क्योंकि, मां सिर्फ जन्म ही नहीं देती बल्कि उसके साथ-साथ अपने बच्चों में संस्कार और परवरिश का भी पूरा ख्याल रखती है