
नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: आपको बता दे कि कंडोम सिर्फ पुरुषों के लिए ही नहीं बल्कि महिलाओं के लिए भी उपलब्ध होते हैं। कई महिलाएं कंडोम को लेकर अक्सर उलझन में रहती हैं कि उन्हें कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं । आपको बता दें कि फीमेल कंडोम से महिलाओं को अनचाहे गर्भधारण और यौन संचारित रोगों से बचने में मदद मिलती है। यह एक बैग की तरफ छोटा पाउच होता है जिसे योनि के भीतर लगाया जाता है। जो एक बैरियर की तरह काम करता है। इसके दोनों सिरों पर रिंग लगे होते हैं। जो योनि में अपनी पकड़ मजबूत करता है। वैसे देखा गया है कि फीमेल कंडोम को लेकर महिलाएं कुछ जरूरी बातें नहीं जानती। इसलिए हम इस आर्टिकल में 10 ऐसी जरूरी बातें बता रहे हैं जो हर महिला को जानी चाहिए। इससे वो खुद को अनचाहे गर्भधारण से सुरक्षित महसूस कर पाएंगी।
कंडोम स्पर्म को कंडोम के अंदर और योनि के बाहर रखता है
फीमेल कंडोम स्पर्म को कंडोम के अंदर और योनि के बाहर रखता है। कंडोम के प्रत्येक सिरे पर एक नरम रिंग होती हैं। यह रिंग इसलिए होती है जिससे कंडोम अपनी जगह पर बना रहे। जो योनि या गुदा के अंदर के भाग को ढक कर रखती है ताकि स्पर्म या प्री - कम बाहर ही रहे
फीमेल कंडोम 75 से 82% सुरक्षा प्रदान करते हैं
फीमेल कंडोम 75 से 82% सुरक्षा प्रदान करते हैं और यदि हमेशा सही इस्तेमाल किया जाए तो फीमेल कंडोम 95% तक प्रभावी होते हैं। कंडोम को सेक्स करने के 8 घंटे पहले योनि में लगाया जा सकता है। और हर बार सेक्स करने से पहले नया कंडोम डालना चाहिए। फीमेल कंडोम को मासिक धर्म या गर्भावस्था के समय भी उपयोग में लाया जा सकता है।
फीमेल कंडोम के उपयोग के कारण जलन
कुछ महिलाओं में फीमेल कंडोम के उपयोग के कारण योनि, वुलवा, पेनिस या गूदा में जलन हो सकती है । इससे संभोग का आनंद भी काम हो जाता है। यह सेक्स करते समय कंडोम योनि के अंदर ही जा सकता है। कंडोम का इस्तेमाल करते समय महिलाएं ये याद रखें कि उसमें किसी प्रकार का बॉडी लोशन ,मॉइश्चराइजर ,मसाज ऑयल ,बॉडी ऑयल ,लिपस्टिक या अन्य प्रकार के तेल और चिकनाहट जैसी चीजों का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें इससे इंफेक्शन होने का डर रहता है।
कृत्रिम रबड़ जो बीमारियों से रक्षा करती है
फीमेल कंडोम निट्रील यानी एक कृत्रिम रबड़ जो बीमारियों से रक्षा करती है। और उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प है जिन्हें लेटेक्स की एलर्जी है। आपको फीमेल कंडोम आसानी से यह स्थानीय मेडिकल स्टोर और परिवार नियोजन केंद्र मिल जाएगा। याद रहे कंडोम को हमेशा फ्रिज में यह ठंडा स्थान पर ही रखना चाहिए। दरअसल कंडोम ऐसा पदार्थ से बना होता है जो गर्मी से खराब हो सकता है और आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
प्रिस्क्रिप्शन की आवश्यकता नहीं
फीमेल कंडोम का उपयोग करने के लिए प्रिस्क्रिप्शन यानी डॉक्टर की आवश्यकता नहीं होती। आप जब चाहें खरीद सकते है। एक कंडोम के इस्तेमाल की भी अपनी एक समय सीमा होती है। दरअसल अगर आपका सेक्स सेशन लंबा है तो 30 मिनट के बाद कंडोम बदल लेना चाहिए। इसकी वजह से सेक्स के दौरान उत्पन्न होने वाले घर्षण से कंडोम को कमजोर पड़ सकता है और इससे फटने की संभावना बढ़ जाती है।
फीमेल कंडोम का उपयोग
फीमेल कंडोम का उपयोग आईल बेस या वॉटर बेस से लुब्रिकेंट दोनों के साथ किया जा सकता है। यदि सेक्स कैसे दौरान कंडोम टूट जाए ,लीक हो जाए , बाहर आ जाए तो 5 दिनों तक इमरजेंसी कंट्रासेप्सन पिल्स लें। आपको यह सलाह भी दी जाती है कि यौन संबंध के बाद आप होने वाले संक्रमण की जांच भी करवा लें।
फीमेल कंडोम का उपयोग करना सुरक्षित होता है
सेक्स के दौरान फीमेल कंडोम का उपयोग करना सुरक्षित होता है। कई महिलाओं में इस बात को लेकर घबराहट देखी जाती है कि कहीं कंडोम का इस्तेमाल उनके नेचुरल हारमोंस को प्रभावित न करें। तो आपको बता दें फीमेल कंडोम का नेचुरल हारमोंस पर कोई प्रभाव नहीं होता है और ना ही इसे किसी तरह का नुकसान होता है।
फैक्ट 9
जन्म नियंत्रण करने वाली गोलियों की तरह फीमेल कंडोम का भी महिलाओं के प्राकृतिक हार्मोन से पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। अधिक सावधानी के लिए जन्म नियंत्रण गोलियां के साथ भी कंडोम का उपयोग किया जा सकता है।
फीमेल या मेल कंडोम एक ही समय उपयोग करें
यह आवश्यक नहीं है कि आप फीमेल या मेल कंडोम एक ही समय उपयोग करें क्योंकि ऐसा करने से दोनों कंडोम फट जाने या टूटने का खतरा रहता है। कंडोम का पैकेट खरीदते समय उसकी पैकेजिंग की जांच जरुर करें। यह सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है कि ठीक से पैक किया गया है या नहीं, कंडोम कभी भी खुला हुआ ना खरीदें।