
नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: करवाचौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। करवाचौथ में निर्जला व्रत को रखने से सुहागिन महिला को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही इस दौरान महिलाएं शाम के समय गौरी गणेश की विधिवत पूजा करती है। और फिर पति के हाथों जल ग्रहण कर व्रत तोड़ती है। हालांकि बाद कई बार ना चाहते हुए महिलाएं इस व्रत के दौरान कुछ ऐसी गलतियां कर बैठती हैं। जो की अखंड सौभाग्य की प्राप्ति में बाधक बनती है। ऐसे में करवाचौथ के दौरान सुहागिन महिलाओं को किन-किन गलतियों करने से बचना चाहिए। इसके बारे में उन्हें जानना बहुत जरूरी है। अगर वह जाने अनजाने यह गलतियां करती है तो पूजा का उन्हें कोई फल प्राप्त नहीं होगा। साथ ही यह अशुभ भी माना जाएगा।
खासकर करवाचौथ में अपना सुहाग और श्रंगार का सामान सुहागिन महिलाओं को किसी दूसरी महिलाओं के साथ नहीं बांटना चाहिए। आप बाजार से नया सुहाग का सामान जरूर दान कर सकती हैं। जिससे पुण्य मिलता है। लेकिन अपना श्रृंगार बिल्कुल कतई ना दें। ये अशुभ माना जाता है।
करवाचौथ के दिन महिलाओं को भूलकर भी अपने पति के साथ बहस या किसी प्रकार का विवाद नहीं करना चाहिए । क्योंकि व्रत अपने आप पति के लिए ही रख रही हैं। ऐसे में इस दिन अगर आप पति से नाराज होंगी या उनसे लड़ाई करेंगी तो फिर इस व्रत का कोई महत्व नहीं होगा।
करवाचौथ के शुभ दिन सुहागन महिलाएं किसी बुजुर्ग व्यक्ति का अपमान ना करें। ऐसा करने से उन्हें बचना चाहिए । अन्यथा इसके गलत परिणाम आपको भुगदने पड़ सकते है।
कुछ महिलाएं व्रत की थकान से बचने के लिए दिन में सो जाती हैं। जो कि नहीं करना चाहिए। आपको इस दिन सुबह जल्दी सो कर उठना चाहिए और पूजा पर पूरा ध्यान लगाना चाहिए। साथ ही मां गौरी और गणेश के प्रति अपनी आराधना व्यक्त करनी चाहिए।
करवाचौथ वाले दिन सास अपनी बहू को सरगी देती है। मान्यताओं के अनुसार सरगी हमेशा सूर्योदय से पहले ही खा लेनी चाहिए। यदि सूर्योदय के बाद सरगी खाई जाती है तो ऐसा माना जाता है की व्रत पूर्ण नहीं होता और इसका फल प्राप्त नहीं मिलता। इस दिन आप पति के अलावा अपने सास ससुर का भी आशीर्वाद जरूर लें।