नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क: पेट में हल्का दर्द होना आम बात होती है। जब पेट में अचानक से ऐठन होती है तो दर्द महसूस होता है। कई बार यह दर्द हल्का और तेजी भी होने लगता है। खान-पान और अपाच के साथ गैस होने पर का पेट दर्द सामान्य होता है। जो थोड़ी देर में ठीक हो जाता है। इसके अलावा पीरियड का होने वाला दर्द कुछ ही घंटे में ठीक हो जाता है। लेकिन अगर पेट दर्द सामान्य से अधिक है यानी लगातार कई दिनों तक हो रहा है तो यह काफी गंभीर समस्या है। ऐसे में आप इस दर्द को इग्नोर ना करें और क्योंकि यह कई बीमारियों के संकेत दे सकता है तो चलिए जानते हैं लगातार पेट दर्द के कारण महिलाओं में किन बीमारियों के संकेत मिलते हैं।
कई बार देखा गया है कि पेट दर्द का कारण ठीक से पेशाब न होना , लगातार पेशाब को रोक रहने के कारण भी यह होता है । इसके बाद यूटीआई एक बहुत ही कष्टकारी बीमारी है। आमतौर पर इससे मूत्राशय नलिका ही संक्रमित होती है लेकिन वास्तव में इस हिस्से का कोई भी अंग संक्रमण से प्रभावित हो सकता है। इसमें न केवल पेट दर्द होता है बल्कि पेशाब करते समय जलन भी महसूस होती है। ऐसे में लगातार पेट दर्द कर रहा है तो आप समझ जाए कि आपका मूत्राशय नली में संक्रमण है। आपका यूटीआई इन्फेक्शन बढ़ गया है।
कभी-कभी अधिक कोलेस्ट्रोल के जमा हो जाने के कारण पित्त अंदर पथरी बन जाती है। जिसकी वजह से पेट दर्द होता है । और इससे पित्त की नलिका भी बाधित होती है। अगर कई दिनों तक पेट दर्द हो रहा है तो आप समझ जाए कि पितृ में पथरी है। क्योंकि इसके लक्षण में जी मचलाना, उलटी होना ,पीठ में दर्द होना और लगातार पर पेट दर्द होना होता है।
यह महिलाओं में पेट दर्द का एक सामान्य कारण है। क्योंकि अधिकांश महिलाओं में डिंब ग्रंथि अल्सर होते हैं। आमतौर पर वह हानि रहित होते हैं। लेकिन कभी-कभी यह इतने बड़े हो जाते हैं कि असहनीय दर्द शुरू हो जाता है। ऐसे मामलों में पेट के दर्द पेट के केंद्र में तेजी से होता है। जहां अंडाशय होते हैं। आप अपने पेट के सूजन और दबाव सूजन को इग्नोर ना करें। इसे तुरंत डॉक्टर से परामर्श ले।
एक्टोपिक प्रेगनेंसी वह होती है। जिसमें पेट के निचले हिस्से में जमी कैविटी या फिर अन्य कारण से अंडे गर्भाशय में पहुंचने से पहले ही फैलोपियन ट्यूब में विकसित होने लगते हैं। उस स्थिति को एक्टोपिक प्रेगनेंसी कहा जाता है। इस प्रेगनेंसी को पहचानना काफी जरूरी होता है। क्योंकि इसके कारण शरीर में खून की कमी हो जाती है। त्वचा पीली हो जाती है और पेट में लगातार दर्द बना रहता है।
अपेंडिस की सूजन को अपेंडिक्साइटिस कहा जाता है। इस दौरान महिलाओं के पेट में काफी तेज दर्द होता है। यह एक घातक बीमारी है। इसका दर्द कई बार असहनीय भी हो जाता है। अपेंडिसाइटिस में नाभि के पास दर्द ज्यादा होता है। क्योंकि पेट में एक निश्चित जगह पर बार-बार दर्द होना। आंतो में इन्फेक्शन ,कब्ज, पेट में पलने वाले बैक्टीरिया की वजह से होता है । इसे अनदेखा बिल्कुल नहीं करें।