अपनी स्किन केयर रूटीन को बनाएं मास्क फ्रेंडली

अपनी स्किन केयर रूटीन को बनाएं मास्क फ्रेंडली

आजकल फेस मास्क हमारे जीवन में इतना महत्वपूर्ण हो गया है कि हम इसके बिना बाहर निकल ही नहीं सकते। मास्क की वजह से आपने मेकअप को अहमियत देना भी बंद कर दिया है। न सिर्फ मेकअप, मास्क की वजह से हमारे स्किन केयर रूटीन में बदलाव आ गया है। बाहर जाते समय हम दिनभर मास्क लगाकर रखते हैं, ऐसे में जरूरी है कि आप स्किन से जुडी समस्याओं को रोकने के लिए अधिक सावधानियां बरतें। आइए आपको इस लेख में बताते हैं कि कैसे आप इन समस्याओं को मास्क पहनने के बाद भी रोक सकते हैं –

मास्क कैसे स्किन को प्रभावित करता है -

मास्क को पहनने के बाद लगातार आप सांस लेते व छोड़ते हैं। मास्क के अंदर बन रहा उमस वाला वातावरण छिद्र और पसीने की ग्रंथि को बंद कर देता है जिसके कारण कील-मुहांसे, ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स हो जाते हैं। मास्क पहनने से स्किन पर घर्षण पैदा होता है जिसकी वजह मेलानोसाइट्स उत्पन्न होते हैं, इसकी वजह से हाइपरपिगमेंटशन की समस्या होती है। बाहर जाते समय मास्क पहनना जरूरी है लेकिन ये भी जरूरी है कि आपका मास्क स्किन फ्रेंडली हो। वजन में हल्का और स्किन पर कठोर न हो।

मॉइस्चराइजिंग, क्लीन्सिंग, एक्सफोलिएटिंग : मास्क फ्रेंडली स्किन केयर रूटीन

डॉक्टर की सलाह है कि मास्क से होने वाली स्किन संबंधित समस्याओं से बचने के लिए, मास्क को पहनने से पहले चेहरे को अच्छे से क्लींजर से साफ करें और एक अच्छी मॉइस्चराइजिंग क्रीम लगायें। क्रीम मास्क के कपड़े और आपकी त्वचा के बीच एक बेरियर की तरह काम करती है, इससे फ्रिक्शन और रैशेस नहीं होते।

जिनकी स्किन ऑयली है और मुहांसे अक्सर निकलते रहते हैं उन्हें सबसे ज्यादा केयर की जरूरत होती है। मुहांसों से बचने के लिए हफ्ते में दो बार एक्सफोलिएशन करें इससे मुहांसे नहीं होने और मास्क से होने वाले ब्लैकहेड्स भी नहीं निकलेंगे। एएचए और बीएचए फेस वाश आपके छिद्रों को गहराई तक साफ करता है और छिद्र बंद होने की वजह से होने वाले कील मुहांसों को बढ़ने से रोकता है।

एक अच्छी सनस्क्रीन मास्क टैनिंग लाइंस बनने से बचाती है

टैनिंग बचने के लिए आजकल सनस्क्रीन बेहद जरूरी हो गयी है। सनस्क्रीन न लगाने से एक जैसा स्किन का रंग नहीं रहता। इसी लिए सनस्क्रीन एसपीएफ 30 बेहद आवश्यक हो गयी है।

न सिर्फ आपकी स्किन आपके मास्क को भी है देखभाल की जरूरत

मास्क गंदगी, तेल और नमी को भी खींचता है, इसीलिए इन्हें रोजाना धोना बेहद जरूरी है। मास्क धोते समय कुछ सावधानी रखें। अगर मास्क में किसी भी तरह का डिटर्जेंट का कण रह जाता है, तो इससे आपकी स्किन को इरिटेशन, एक्ज़ीमा या सनी त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, उन्हें सौम्य साबुन या शैम्पू से धोएं और खुशबूदार डिटर्जेंट का इस्तेमाल न करें।

स्किन एक्सपर्ट्स का कहना है कि मास्क का कपड़ा मुलायम होना चाहिए, जिससे त्वचा पर घर्षण पैदा न हो। जितना हल्का और अच्छे से उसमें सांस लेने वाला मास्क होगा, उतने ही उमस बनने की संभावना कम होगी। यह मुहांसों, पिगमेंटेशन या ब्लैकहेड्स को भी बढ़ने से रोकता है। तो अगर आप हेल्थकेयर वर्कर नहीं है, तो कठोर कपड़े से बने एन 95 मास्क न पहनें।

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