Women: इस उम्र के बाद हर वर्ष कराने चाहिए महिलाओं को ये जरूरी टेस्ट

Women: महिला हो या पुरुष बॉडी की रूटीन हेल्थ जांच जरूरी है। 25 साल के बाद महिलाओं को स्वस्थ रहने के लिए  रूटीन जांच जरूर करवानी चाहिए। ये टेस्ट  आपको कई गंभीर बीमारियों से बचा सकती हैं। 
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नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: महिलाएं एक साथ एक वक्त में कई काम करने में माहिर होती हैं।  जिंदगी में संतुलन बनाए रखने के लिए उनकी कोशिश जारी रहती है।  लेकिन उनकी हर दिन के लक्ष्यों  को हासिल करने की जरूरत से ज्यादा जद्दोजहद करती है।  ऐसे में वे अपने  स्वास्थ्य पर ध्यान नही दे पाती।  अगर आप एक महिला है और आप 25 वर्ष की उम्र को पार कर लिया है।  तो यह वक्त स्वास्थ्य के प्रति गंभीर होने का है। बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां जैसे हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल ,स्तन व सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।  इनसे बचने के लिए सबसे कारगर उपाय है कि आप  साल में एक बार  नियमित हेल्थ टेस्ट जरूर करवायें ये आपको कई बड़ी गंभीर बीमारियों से बचा सकती हैं। 

पैप स्मियर टेस्ट

25 की उम्र के बाद सर्वाइकल का खतरा बढ़ जाता है।  ऐसे में आपको बचाव के लिए पैप स्मीयर  टेस्ट करवाना चाहिए । हर महिला को 2 साल का गैप करके इसकी जांच जरूर करवानी चाहिए। इस जांच में गर्भाशय ग्रीवा कोशिकाओं का सैंपल लिया जाता है। जिससे समय पर कैंसर का पता चल जाए और इसे  फैलने से रोका जा सकता है।

कोलेस्ट्रॉल टेस्ट

बिगड़ते  खानपान और खराब लाइफस्टाइल के चलते कोलेस्ट्रॉल काफी बढ़ जाता है।  ऐसे में महिलाओं को 25 वर्ष के बाद कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर करवानी चाहिए। आज के समय में कोलेस्ट्रोल मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इस बात को ध्यान रखते हुए हार्ट को हेल्दी रखना जरूरी है।  शरीर शरीर में कोलेस्ट्रॉल का हिस्सा ठीक रहेगा तो हार्ट की बीमारियों से बचा जा सकेगा।  इसलिए हर साल  कोलेस्ट्रॉल की जांच कराना जरूरी है।

थायराइड टेस्ट

अगर आपकी उम्र 25 वर्ष है और आपका  मोटापा अधिक बढ़ रहा है तो आपको एक बार थायराइड की जांच करवानी चाहिए। डायबिटीज और थायराइड की जांच से मोटापे का स्तर पता चलता है। ब्लड टेस्ट के जरिए इसे पता लगाया जा सकता है  महिलाओं में थायराइड का सामान्य स्तर 0. 04.0 एमएलयू  के बीच होना चाहिए।

बोन डेंसिटी टेस्ट

हर महिला को 25 वर्ष के बाद बोन डेंसिटी टेस्ट करवाना चाहिए। क्योंकि  कैल्शियम की कमी के कारण  हड्डियां कमजोर हो जाती हैं।  इसके अलावा जो महिलाएं जल्दी प्रेगनेंसी प्लान करती हैं।  उन्हें 25 वर्ष के बाद हड्डियों में दर्द की तकलीफ रहती है।  आपकी हड्डी कितनी मजबूत है। इसका पता लगाने के लिए बोन मिनिरल डेंसिटी टेस्ट करवाना चाहिए। 

मेमोग्राफी टेस्ट

आजकल कम उम्र में ही महिलाओ में ब्रेस्ट कैंसर के खतरे बढ़ते जा रहे हैं। ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम करने के लिए हर महिला को सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन करवाना चाहिए। ब्रेस्ट में दर्द या गांठ महसूस होने पर डॉक्टर से सलाह लें।  ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए डॉक्टर महिलाओं को मैमोग्राफी टेस्ट करने की सलाह देते हैं। यह एक तरह का एक्सरे है । जिसमें ब्रेस्ट में कैंसर कोशिकाओं को देखा जा सकता है। 

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