नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क| विदेश में ज्यादा पैसे मिलने वाले हैं। नई चीजों का होना है। ये सब सोचकर विदेश जाने का सपना देखना आम बात है। हालांकि, जानकारी के मुताबिक कई ऐसे देश हैं जो अलग तरह की सुविधा देते हैं। अब इस दौरान बहुत बार कुछ चीज हमको पता भी नहीं होती और ये भी कि इसके साथ कुछ दस्तावेज की भी जरुरत होती है। बता दें कि अगर आपके पास सिर्फ पासपोर्ट और मार्कशीट मौजूद है, तो कुछ देशों में आप वर्क वीजा की मदद से काम कर सकते हैं। अब हम यहां कुछ देशों के बारे में बताने वाले हैं जहाँ आपको आसानी से काम मिल जाएगा।
अमेरिका में अधिकतर विदेशी श्रमिकों को H-1B वीजा मिलता है। ये वीजा उनको मिलता है, जो खास रोजगार प्रकार की रोजगार योग्यता के तौर पर जाने जाते हैं।
कनाडा में काम करने को लेकर लोगों को वर्क परमिट की जरुरत होती है। इसमें आपको अपने काम का सर्टिफिकेट देना होगा। कनाडा ने एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम भी शुरू किया है, जो व्यक्तियों को स्थाई निवासी बनने का अवसर देता है।
ऑस्ट्रेलिया वर्क वीजा की सुविधा देता है, जिससे आवेदकों को रोजगार मिलने में आसानी से मदद मिल जाती है। ये वीजा अन्य डॉक्युमेंट्स के साथ पासपोर्ट के आधार पर देना होता है।
न्यूजीलैंड में एसएसवी वीजा विदेशी एम्प्लाइज को दिया है। अगर आपके पास कोई खास योग्यता है, तो इस देश को चुन सकते हैं।
ऑस्ट्रिया में 6 महीने के लिए वीजा की सुविधा मिल जाती है। हाई लेवल 100 की लिस्ट में आपका अंक 70 होना चाहिए। वैलिड पासपोर्ट होना जरुरी है। इसमें फोटो स्थानीय आवास का प्रमाण, हेल्थ इंश्योरेंस, दस्तावेज जो आपकी योग्यता को दर्शाता है।
जर्मनी में आपको 6 महीने के लिए वीजा मिलता है। इसमें आपकी आयु 18 साल से ज्यादा रहना चाहिए। ग्रेजुएशन डिग्री होनी चाहिए, 5 साल का काम का अनुभव, फाइनेंशियल स्थिरता 10 सालों तक जारी किया गया पासपोर्ट, तीन पासपोर्ट फोटो, कवर लेटर, शैक्षणिक योग्यता का सर्टिफिकेट, डिग्री का प्रूफ होना चाहिए, सीवी, हेल्थ इंश्योरेंस, आधार कार्ड या बर्थ सर्टिफिकेट रहता है।
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