
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क: मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शहरों में से एक उज्जैन शिप्रा नदी तट के किनारे स्थित है। यह शहर कभी राजा अशोक का निवास स्थान हुआ करता था। उज्जैन में कई मंदिर हैं। जो पर्यटकों को उज्जैन के गौरवशाली अतीत और शहर की झलक दिखाते हैं। इस शहर में कुंभ मेले का आयोजन भी होता है l। उज्जैन को हिंदू भक्तों के लिए भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक माना जाता है। यह मंदिरों और ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण इमारत की बहुत बहुतायत है। अगर आप भी इस महाकाल की नगरी में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आप महाकाल मंदिर के अलावा इन जगहों पर घूमने बिल्कुल ना भूले। ये जगह आपको मंत्र मुक्त कर देगी।
श्री महाकालेश्वर मंदिर को महाकाल मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। काल शब्द के दो अर्थ है समय और मृत्यु, हिंदू मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव मृत्यु और काल के देवता हैं और इसी कारण से उन्हें महाकालेश्वर कहा जाता है। यह मंदिर उज्जैन के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र तो रहता ही यह साथ ही देश के कोने-कोने से भी भक्त इस महाकाल के मंदिर दर्शन करने के लिए उमड़ पड़ते हैं। उज्जैन में महाकाल मंदिर में श्री महाकाल कॉरिडोर भी एक मुख्य आकर्षण केंद्र है। यह 900 मीटर से अधिक पुराना रुद्र सागर झील से घिरा हुआ है। महाकाल लोक में 108 स्तंभ लगभग 200 मूर्तियां और शिव की कहानियों को प्रदर्शित करने वाले तरह-तरह के चित्र आप यहां देख सकते हैं।
उज्जैन स्थित काल भैरव मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है। यह हिंदू संस्कृति का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह काल भैरव मंदिर मुख्य रूप से भगवान शिव को समर्पित है। काल भैरव मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि जो भी भक्त यहां भगवान से अपने मन की बात कहता है। उसे निश्चित फल मिलता है। शिवरात्रि के दौरान इस मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या काफी अधिक होती है। वहीं पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए मंदिर परिसर पर इसके आसपास का इलाका बेहद खूबसूरत है। जो आपको मंत्र मुक्त कर देगा।
महाकाल की नगरी के आसपास अगर घूमने के लिए सबसे खूबसूरत कोई जगह है तो वह है देवास , यह मध्य प्रदेश का जिला बहुत ही खूबसूरत और स्वच्छ सुंदर जिला माना जाता है। प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर इस शहर में घूमते हुए आपको हर दिन हजारों लोग मिल जाएंगे। देवास में आप कांवरिया हिल से मीठा तालाब, देवास शिप्रा बांध पुष्पगिरी तीर्थ और शंकरगढ़ हिल से जैसे कई जगहों पर परिवार दोस्तों और पार्टनर के साथ घूम सकते हैं।
उज्जैन घूमने के बाद अगर आप यहां शांतिपूर्ण माहौल वाली जगह की तलाश में है तो उज्जैन के इस गोमती कुंड में आप जा सकते हैं। यह गोमती कुंड एक विशाल आकार में एक पवित्र जलाशय के रूप में बनाया गया है। इस गोमती कुंड के बारे में ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण ने सभी पवित्र जलों को मिलाकर इस गोमती का जल प्राप्त किया था। एक प्रकृति प्रेमी निश्चित रूप से यहां के माहौल और आसपास के दृश्य को पसंद करेगा।