
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क: कहते है रजवाड़ों का शहर राजस्थान है लेकिन ऐसा नहीं है। मध्य प्रदेश में भी एक शहर है। जिसका नाम ग्वालियर है। जो देखने में काफी खूबसूरत है। कहते हैं यह राजाओं का शहर है। यहां कई बड़ी बड़ी रियासतों ने राज किया है। ग्वालियर शहर का निर्माण राजा सूरज सेन द्वारा किया गया था। इस ऐतिहासिक ग्वालियर शहर की सुंदरता आकर्षित कर देने वाली स्मारकको महलों और मंदिरों की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। यहां की मस्जिदों, रॉक मंदिरों और मूर्तियों की बनावट में शानदार वास्तुकला की झलक देखते बनती है। ग्वालियर पर्यटन स्थल खूबसूरत पहाड़ियों, सुंदर हरियाली और मदमस्त कर देने वाली जलवायु से घिरा हुआ खूबसूरत स्थान है। ग्वालियर में आपको कई सारे किले और ऐतिहासिक चीजें देखने को मिल जाएगी। जिन्हें आप अपनी यादों में कभी भुला नहीं पाएंगे। आज हम आपको इस आर्टिकल में पांच ऐसी खूबसूरत जगह के बारे में बता रहे हैं। जहां आपको एक बार जरूर जाना चाहिए। इसी ग्वालियर में प्रसिद्ध संगीतकार तानसेन का मकबरा भी है और यह उनकी जन्म भूमि है। आइए जानते है ग्वालियर के पांच खूबसूरत पर्यटन स्थलों के बारे में , जिनकी वास्तुकला पर्यटकों को आकर्षित करती है।
जय विलास पैलेस ग्वालियर में घूमने की जगहों में से एक विख्यात जगह है। यह पहले 19वीं शताब्दी में जॉर्ज और मैरी के स्वागत में बनाया गया था। इस पैलेस में आपको यूरोप और भारत की मिली-जुली संस्कृति का संगम दिखने को मिल जाएगा। यहां पर आपको यूरोप और भारत दोनों जगह की कलाकारी दिखाई देगी। इस पैलेस की नक्काशी देखकर आप मनमोहित हो जाएंगे। यह पैलेस बहुत ही खूबसूरत और यहां आने वाले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
ग्वालियर का किला ग्वालियर शहर की शान कहलाता है। यह काफी ऐतिहासिक और प्रसिद्ध किला है। जब आप ग्वालियर में इस किले में घूमने जाते हैं तो आपको ऐसा महसूस होता है कि जैसे आप आठवीं शताब्दी में पहुंच गए हैं। क्योंकि यहां पर इस किले को उस समय की बेहतरीन कलाकारी से इसका निर्माण किया गया था। यह किला ग्वालियर के इतिहास के लिए बहुत ही महत्व रखता है। यहां जो भी टूरिस्ट घूमने के लिए आते है। वो इस किले में कम से कम एक बार जाकर यहां की यादों को अपने कमरे में कैद करना बिल्कुल नहीं भूलते।
भारत के प्रसिद्ध संगीतकार तानसेन की यह जन्मस्थली है। ग्वालियर में देखने लायक जगह में से तानसेन का मकबरा भी शामिल है। यह मकबरा बहुत खूबसूरत है। भारत के प्रसिद्ध संगीतकार और सम्राट अकबर के दरबार के प्रमुख नायक तानसेन का मकबरा काफी ऐतिहासिक है। तानसेन अकबर के दरबार के नवरत्नों में से एक है। माना जाता है कि ग्वालियर का यह प्रसिद्ध संगीतकार अपने संगीत के जादू से बारिश कर देता था और जानवरों को अपने संगीत से मंत्रमुग्ध कर देता था। अकबर को जब भी संगीत सुनने का मन होता था तो वह तानसेन को तलब करते थे और उनकी संगीत से अकबर मनमोहित हो जाते थे और उन्हें उपहार में आभूषण और रत्न देते थे।
ग्वालियर के दर्शनीय स्थलों में शामिल ग्वालियर का सूर्य मंदिर भगवान सूर्य देव को समर्पित है। सूर्य मंदिर ग्वालियर के सबसे शानदार मंदिरों में से एक है और साथ ही साथ इस मंदिर में शानदार वास्तु शिल्प है। जो आपको आश्चर्यचकित कर देगी। सूर्य मंदिर का निर्माण वर्ष 1988 के दौरान एक प्रसिद्ध उद्योगपति जीडी बिरला के द्वारा करवाया गया था। सूर्य मंदिर में आने वाले पर्यटकों की लंबी कतारें पूरे साल लगी रहती है।
आपको यह सुनकर जरूर आश्चर्य लग रहा होगा कि भला सास बहू मंदिर भी हो भी सकता है लेकिन यह सच है ग्वालियर में स्थित सास बहू मंदिर एक रोचक मंदिर है। यह दो मंदिरों को एक जोड़ा है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण ग्रामीण शताब्दी के शुरू में किया गया था। यह मंदिर हिंदू कारीगरी का एक बेहतरीन उदाहरण है। इस मंदिर की कलाकृति देखकर देखने वाले हैरान पड़ जाते हैं। यह मंदिर भगवान विष्णु का मंदिर है। यहां पर दो मंदिर एक साथ होने के कारण इन मंदिरों को सास बहू का मंदिर कहा जाता है।