
नई दिल्ली रफ्तार डेस्क: आज के समय में प्रयागराज उत्तर प्रदेश का एक बेहद ही लोकप्रिय पर्यटक स्थल बन चुका है। ये शहर अपने गोद में ऐतिहासिक स्थलों से लेकर पौराणिक मान्यताओं को समेटे हुए है। यहां भारत के साथ-साथ विदेशी सैलानियों को भी अक्सर घूमते हुए देखा जाता है। दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला यानी कुंभ मेला प्रयागराज में ही आयोजित होता है। आज आपको इस आर्टिकल में प्रयागराज की पांच ऐसी खूबसूरत जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आप घूमने जा सकते हैं। यह जगह सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों में शामिल है। और देखते ही आपको यह जगह मंत्रमुक्त कर देगी।
प्रयागराज का रानी विक्टोरिया स्मारक कई मायनों में खास है। रानी विक्टोरिया को समर्पित इटालियन चूना पत्थर से निर्मित यह स्मारक स्थापत्य कला का एक जीवंत उदाहरण है। इसे 24 मार्च 1906 को जेम्स डिगेस ला टच के द्वारा 1906 में खोला गया था। त्रिकोणात्मक रचना में कभी रानी विक्टोरिया की बड़ी मूर्ति लगी हुई थी जो वर्तमान में यहां नहीं है।
भारत में कई किलो के दीदार अपने किए होंगे लेकिन आपने प्रयागराज जैसा किला कहीं और नही देखा होगा। यह किला गंगा और जमुना नदी के किनारे स्थित है। अकबर के शासनकाल के दौरान लगभग 1583 के आसपास इसे बनाया गया था। इस किले की वस्तु कला और अद्भुत संरचना हर किसी को अपनी और आकर्षित करती है। यहां हर साल हजारों की संख्या में लोग घूमने आते हैं।
लगभग 19वीं शताब्दी में ऑल सेंट्स कैथेड्रल चर्च का निर्माण किया गया था। कहा जाता है कि इस चर्च में गोथिक शैली की वास्तुकला देखने को मिलती है। इसी चर्च में जाकर आप एक अलग एहसास फील कर सकते हैं। ईसाई धर्म के लोगों के लिए यह जगह तीर्थ स्थल से काम नहीं है। हर साल यहां लाखों की संख्या में सैलानी आते हैं। यहां की कलाकारी देखकर आप हैरान हो जाएंगे।
यह नया यमुना ब्रिज काफी खूबसूरत है। यह पुल यमुना नदी के किनारे बना हुआ है। केबल द्वारा पुल के डेट को सहारा दिया गया है। जो देखने में बेहद ही खूबसूरत नजर आता है। यहां लोग काफी फोटोग्राफी भी करते हैं। अगर आप भी अच्छी तस्वीरें क्लिक करना चाहते हैं और अपनी यादों को समेटकर कर ले जाना चाहते हैं तो इस पुल पर आप खुद की तस्वीर खींच सकते हैं।
प्रयागराज भारत की उन जगहों में शामिल है। जहां गंगा जमुना और सरस्वती का संगम होता है। मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि जो व्यक्ति त्रिवेणी संगम में स्नान करता है। उसके सभी दुख दूर होते हैं और सभी पाप धुल जाते हैं। हर शाम को यहां आरती होती है। जिसमें आप शामिल हो सकते हैं। इस आरती में शामिल होने का अपना अलग मजा है। तमाम चिताओं को दूर कर आरती में लोग मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।