
नई दिल्ली रफ़्तार डेस्क : कृष्ण जन्माष्टमी आने वाली है। भारत में कई ऐसी जगहें हैं। जहाँ कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भव्य कृष्ण जन्मोत्सव देखने को मिलता है। यहाँ विभिन्न प्रकार के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने को भी मिलते हैं। आपको बता दें कि लोग दूर दूर से यहाँ कृष्ण जन्माष्टमी मनाने आते हैं। अगर आप भी जन्माष्टमी के दिन कृष्ण जन्मोत्सव में लीन होना चाहते हैं तो आप परिवार या अकेले इन जगहों पर जा सकते हैं। क्योकि जो जगह हम आपको बताने जा रहे हैं। इन जगहों का इतिहास श्री कृष्ण से है।
भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में जन्माष्टमी का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। यहाँ जन्माष्टमी मनाने के लिए भक्त देशभर के अलग अलग शहरों से आते हैं। आपको बता दें कि यहाँ दो भागों में कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाता है। इसलिए कृष्ण जन्माष्टमी के दिन मथुरा जाना सबसे अच्छा माना जाता है। उत्तर प्रदेश के यमुना तट पर स्थित मथुरा भगवान श्री कृष्ण का जन्मस्थान माना जाता है। मथुरा में श्री कृष्ण से जुड़े बहुत से मंदिर है। जहाँ रोजाना पूजा अर्चना होती है। यहाँ के द्वारिकाधीश , इस्कॉन और बाकेँ बिहारी मंदिर को जन्माष्टमी के दिन दुल्हन की तरह सज़ा दिया जाता है।
अहमदाबाद के गुजरात में बसा द्वारिका मंदिर श्री कृष्ण के लिहाज से काफी प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है। ऐसा माना है कि करीब पांच हजार वर्षों तक श्री कृष्ण यहाँ रहे थे। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन यह मंदिर फूलों से सजाया जाता है।यहाँ जन्मोत्सव का पर्व बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है। कहा जाता है कि इस मंदिर को श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम ने बनाया था। इस मंदिर की खासियत ये है क़ि यहाँ जन्मोत्सव वाले दिन पूरे शहर में दिव्य और औलोकिक मंगला आरती की जाती है।
जगन्नाथ का मंदिर चारों धाम में से सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है। यह मंदिर पुरी में स्थित है। और कृष्ण जन्माष्टमी के दिन यहाँ काफी भव्यता रहती है। इस मंदिर में भगवान श्री कृष्ण अपने बड़े भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ विराजते है। आपको शायद ना पता हो जगन्नाथ मंदिर विष्णु के आठवें अवतार श्री कृष्ण को समर्पित है।
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